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Bihar Politics: विधानसभा चुनाव से पहले NDA में भारी घमासान, जीतन राम मांझी ने केंद्रीय कैबिनेट छोड़ने की धमकी दी, कहा-भय बिन होय न प्रीत

NDA में अपनी उपेक्षा से नाराज मांझी ने मोदी कैबिनेट छोड़ने की धमकी दे दी है। मांझी कह रहे हैं कि BJP बेवजह चिराग को ज्यादा महत्व दे रही है, जबकि उनके पास चिराग से ज्यादा वोट है। मांझी की खुली धमकी से NDA में घमासान बढ़ता दिख रहा है.

BIHAR POLITICS

21-Jan-2025 06:11 PM

By First Bihar

MUNGER: बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है और उससे पहले एनडीए में घमासान तेज होता जा रहा है. एनडीए गठबंधन में अपनी पार्टी HAM की उपेक्षा से नाराज जीतन राम मांझी ने केंद्रीय कैबिनेट से अपने इस्तीफे तक की खुली धमकी दे दी है. पूरे राज्य में भूइयां-मुशहर सम्मेलन करने निकले जीतन राम मांझी ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए रामचरित मानस की पंक्तियां पढ़ी-भय बिन होय न प्रीत. दरअसल जीतन राम मांझी बीजेपी द्वारा चिराग पासवान को ज्यादा महत्व दिये से नाराज हैं. 


मांझी की नाराजगी

जीतन राम मांझी ने आज मुंगेर में भूइयां-मुशहर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि NDA में उनकी पार्टी की उपेक्षा की जा ही है. मांझी ने कहा- झारखंड में विधानसभा चुनाव हुआ तो हमारी पार्टी को कोई सीट नहीं दी गयी. दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुआ तो वहां भी हमारी पार्टी को कोई सीट नहीं दी गयी. वे (बीजेपी वाले) कहते हैं कि हम नहीं मांगे थे इसलिए नहीं मिला. 


मांझी ने कहा कि ये न्याय है क्या? हमारा कोई अस्तित्व नहीं है क्या? वे (बीजेपी वाले) समझते हैं कि हमारा कोई अस्तित्व नहीं है, इसलिए तो हमें सीट नहीं दिया गया. जिन्हें हमारा जनाधार देखना हो वे मेरी जनसभाओं को देख लें. आज मैं मुंगेर में हूं और यहां कितने लोग आये हुए हैं. इससे पहले रविवार और सोमवार को भी मैंने जनसभा की है, वहां कितने लोग आये ये लोग देख लें. 


मोदी कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा

मांझी ने खुले मंच से कहा- जब लोग हमारे साथ हैं, मेरे पास वोट है तो हमें सीट क्यों नहीं मिला. ये प्रश्न करना है मुझे. जीतन राम मांझी ने कहा कि हमारा स्टैंड साफ है, जो हमारा अस्तित्व है उसके मुताबिक हमें सीट दो. हम अपने फायदे के लिए नहीं बल्कि दलितों के फायदे के लिए सीट मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरी बात आगे बढ़ती है इसलिए लग रहा है कि मुझे मोदी कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा. 


भय बिन होय न प्रीत

जीतन राम मांझी ने अपनी ही सरकार पर प्रेशर बनाने के लिए कई मांगें रख दी हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के सारे भूमिहीन दलितों को पांच-पांच डिसमल जमीन मिलनी चाहिये. मांझी ने कहा कि जब मैं बिहार का मुख्यमंत्री था तो मैंने भूमिहीन परिवार को तीन डिसमल के बजाय पांच डिसमल जमीन देने का फैसला लागू किया था. अब उन्हें पांच डिसमल जमीन दी जानी चाहिये.


जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में सरकार के पास 17-18 लाख एकड़ जमीन है. वहीं, राज्य में भूमिहीन परिवारों की संख्या 12 लाख है. अगर सरकार अपनी जमीन को भूमिहीनों के बीच बांट दे तो हर परिवार के पास डेढ़ एकड़ जमीन हो जायेगी. मांझी ने कहा-क्या मुझे ये सब मांग नहीं करनी चाहिये. उन्होंने दलितों से कहा कि उन्हें रामायण की पक्तियां याद करना चाहिये-भय बिन होय न प्रीत.


20 सीट से कम मंजूर नहीं

जीतन राम मांझी ने कहा कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव में सीट बंटबारे में 40 सीट की मांग कर रहे हैं. लेकिन मैं सिर्फ 20 सीट मांग रहा हूं. अगर हमारे 20 विधायक जीत गये तो हम दलितों का सारा काम करा देंगे. मांझी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में उन्हें 20 सीट से कम मंजूर नहीं है


चिराग को लेकर नाराज मांझी

दरअसल जीतन राम मांझी बीजेपी के चिराग प्रेम से ज्यादा नाराज हैं. मांझी खुल कर बोल चुके हैं कि बिहार में भूइंया और मुशहर जाति के लोगों की तादाद पासवान जाति के लोगों से ज्यादा है. लेकिन बीजेपी चिराग पासवान को काफी ज्यादा महत्व दे रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में भी चिराग पासवान की पार्टी को पांच सीट दे दी गयी. इसके अलावा झारखंड औऱ दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने चिराग पासवान की पार्टी के लिए सीट छोड़ी. 


जीतन राम मांझी का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव के सीट बंटवारे में ये फार्मूला नहीं चलेगा. वे इसके लिए मोदी कैबिनेट में मंत्री की कुर्सी छोड़ने तक को तैयार हैं. बीजेपी को अपनी ताकत दिखाने के लिए जीतन राम मांझी पूरे बिहार में भूइयां-मुशहर सम्मेलन करने निकल चुके हैं. जाहिर है आने वाले दिनों में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी.

ब्यूरो रिपोर्ट, फर्स्ट बिहार-झारखंड, पटना