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06-Jul-2025 09:29 AM
By First Bihar
Bihar Flood Alert: बिहार में गंगा नदी का जलस्तर इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है, जिससे राज्य के कई जिलों में बाढ़ की आशंका गहराने लगी है। गंगा नदी वर्तमान में पिछले वर्ष की तुलना में पांच मीटर अधिक जलस्तर पर बह रही है, जबकि सिर्फ पटना में ही गंगा का जलस्तर दो मीटर ऊपर पहुंच चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सख्त हिदायत के बाद जल संसाधन विभाग ने गंगा सहित राज्य की प्रमुख नदियों को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।
बक्सर से लेकर कहलगांव तक गंगा नदी का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है। बक्सर में गंगा नदी इस समय 53.40 मीटर के स्तर पर बह रही है, जबकि 2024 में यह 48.60 मीटर थी। पटना के दीघा घाट पर पिछले 24 घंटों में गंगा का जलस्तर 52 सेंटीमीटर तक बढ़ा है और यह अब 46.13 मीटर पर पहुंच चुका है, जो पिछले साल के 44.11 मीटर से काफी ऊपर है।
स्थान - 2025 जलस्तर (मीटर) - 2024 जलस्तर (मीटर)
बक्सर - 53.40 - 48.60
पटना - दीघा- 46.13 - 44.11
गांधीघाट- 45.11- 44.04
हाथीदह- 37.57 - 35.75
विशेषज्ञों के अनुसार, पटना में गंगा का जलस्तर हर घंटे दो सेंटीमीटर से अधिक बढ़ रहा है। इसका असर दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर और कहलगांव के तटीय इलाकों में साफ देखा जा सकता है, जहां पानी अब दियारा क्षेत्रों और निचले इलाकों में फैलने लगा है। कई स्थानों पर खेतों में पानी भर गया है और लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही है।
नेपाल में लगातार बारिश के कारण बिहार की अन्य प्रमुख नदियाँ भी उफान पर हैं। कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और घाघरा नदियों के जलस्तर में भी तेज़ी से वृद्धि हो रही है। गंडक नदी गोपालगंज में चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है, जबकि कोसी नदी सुपौल में खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है। बागमती और बूढ़ी गंडक के जलस्तर पर भी नजर रखी जा रही है।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने बचाव और राहत कार्यों की तैयारी तेज कर दी है। संवेदनशील तटबंधों पर विशेष निगरानी की जा रही है और जल संसाधन विभाग की टीमें स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। पटना, मुंगेर, भागलपुर सहित कई जिलों में अस्थायी राहत शिविरों की तैयारी, नावों की तैनाती, और निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। जलवायु विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की अनियमितता और नेपाल में भारी वर्षा के चलते गंगा और अन्य नदियों का जलस्तर अगले कुछ दिनों तक और बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।