ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: पति ने पत्नी को मौत के घाट उतारा, घरेलू कलह में वारदात को दिया अंजाम Bihar News: बिहार के इस जिले को मिली दो नई सड़कों की सौगात, सरकार ने दी 44 करोड़ की मंजूरी अजब प्रेम की गजब कहानी: सास-दामाद के बाद अब समधी और समधन की लव स्टोरी, घर छोड़ दोनों हुए फरार Innovative farming: 8 लाख की नौकरी छोड़ गांव लौटा युवक...अब खेती से कमा रहा है दोगुनी कमाई! जानिए कैसे? Bihar News: जमुई में नो एंट्री टाइम में बदलाव से जनता को बड़ी राहत, एसपी के निर्देश पर प्रभावी हुआ नया नियम Arvind Kejriwal Daughter Wedding: पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता शादी के बंधन में बंधीं, संभव जैन के साथ लिए सात फेरे Goal Institute: गोल इंस्टीट्यूट में विशेष सेमिनार का आयोजन, नीट 2025 के लिए छात्रों को मिला महत्वपूर्ण मार्गदर्शन Bihar Politics: सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में मचे घमासान पर BJP की पैनी नजर, क्या बोले केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय? Bihar News: मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व VC के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, जानिए.. क्या है मामला? Bihar News :बिहार को मिली ऐतिहासिक सौगात, गंगा नदी पर बना पहला छह लेन पुल अब पूरी तरह तैयार, जल्द होगा उद्घाटन!

Padma Award 2025 का ऐलान: मुसहर के मसीहा को पद्मश्री पुरस्कार, आरा के भीम सिंह भावेश ने PM मोदी को दिया धन्यवाद

BIHAR

25-Jan-2025 10:17 PM

By RAKESH KUMAR

 ARRAH: बिहार के पत्रकार भीम सिंह भावेश अपने सामाजिक कार्यों से पूरे देश में बिहार का मान बढ़ा दिए है। आरा के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार सह समाजसेवी डॉ.भीम सिंह भावेश को पद्मश्री पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। आरा के दैनिक अखबार के पत्रकार भीम सिंह भावेश को पद्मश्री पुरस्कार दिया जायेगा। पहले ही 26 जनवरी को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में गणमान्य व्यक्ति के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा चुका है। आज 25 जनवरी को केंद्र सरकार ने 2025 के पद्म सम्मान का ऐलान कर दिया है। केंद्र सरकार द्वारा जारी सूची में बिहार के 7 लोगों का नाम शामिल है। जिसमें भोजपुर जिला के भीम सिंह भावेश का भी नाम उसमें शामिल है।


प्रसार भारती दिल्ली के जरिए आमंत्रण पत्र भी भेजा जा चुका है। भीम सिंह के नाम का जिक्र खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान कर चुके है। पीएम ने 110 वें एपिसोड में भीम सिंह भावेश की विशेष चर्चा करते हुए कहा बिहार के भोजपुर में भीम सिंह भावेश जी ने अपने क्षेत्र के मुसहर जाति के लोगो के लिए बहुत काम किया है। मुसहर एक अत्यंत वंचित समुदाय है। ने इस समुदाय के बच्चों की शिक्षा पर फोकस किया है। 


बता दें कि भीम सिंह भावेश अब तक मुसहर जाति के आठ हजार बच्चों का दाखिला स्कूल में कराया है और एक बड़ी लाइब्रेरी भी बनवाया है। इनके स्थापित पुस्तकालय के माध्यम से अब तक सवा सौ से अधिक बच्चे एनएमएमएस (राष्ट्रीय आय सह मेधा छात्रवृत्ति) का वजीफा पा रहे हैं। इनके प्रयास से करीब सौ अनाथ बच्चे-बच्चियों को परवरिश का लाभ मिल रहा है।


भीम सिंह भावेश ने पीएम को दिया धन्यवाद

भीम सिंह भावेश के द्वारा फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उन्हें गणतंत्र दिवस के परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रण आया है। जिसमें शामिल होने के लिए हवाई यात्रा के माध्यम से दिल्ली निकल चुके हैं। आज फोन के माध्यम से कई लोगो के द्वारा जानकारी मिली कि पद्मश्री पुरस्कार के लिए मेरे नाम की घोषणा हुई है। उसके बाद शाम में मुझे गृह मंत्रालय के द्वारा जानकारी दी गई कि पदम् श्री पुरस्कार के लिए आपके नाम की घोषणा हुई है। ये अत्यंत हर्ष के विषय है। 


उन्होंने कहा कि मेरे तरफ से विशेष आभार व धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को है। उन्होंने मेरे छोटे से प्रयास को इतने बड़े मुकाम तक लाया। मुसहर समाज के लिए हम काम करते थे आगे भी करते रहेंगे। अब असीम ऊर्जा के साथ हम मुसहर समाज के विकास के लिए कार्य करेंगे। सरकार के द्वारा इतने बड़े पुरस्कार के लिए घोषणा होगी ये नही सोचे थे। 


उन्होंने कहा कि जब इस सम्मान के बारे में जानकारी हुई तो हमें विश्वास नहीं हुआ कि पद्मश्री भी मुझे दिया जा सकता है। उन्होंने ने बताया कि करीब दो दशक से दलित समाज के मुसहर जाति के उत्थान के लिए काम कर रहा हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे इस काम के लिए मन की बात कार्यक्रम में मेरी तारीफ की साथ ही मुझे दिल्ली गणतंत्र दिवस पर आमंत्रण पत्र मिला इससे मैं बेहद खुश हूं अब मैं दुगने उत्साह के साथ आगे बढूंगा और मुसहर जाति के लिए लगातार काम करता रहूंगा।


मुसहर के मसीहा को सम्मान

केंद्र सरकार ने इस साल आरा के रहने वाले भीम सिंह भावेश को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया है. आरा(भोजपुर) के रहने वाले भीम सिंह पेशे से पत्रकार रहे हैं. पत्रकारिता के दौरान उन्होंने मुसहर समाज की दुर्दशा देखी तो अपना जीवन उनके लिए समर्पित कर दिया. वे पिछले 22 सालों से भोजपुर जिले के साथ साथ आस-पास के क्षेत्र में मुसहरों के लिए काम कर रहे हैं.


केंद्र सरकार के मुताबिक भीम सिंह भावेश अपनी संस्था “नई आशा” के जरिये मुसहर बस्तियों में काम करते हैं. वे दलितों और अति पिछड़ी जातियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए काम करते हैं. भोजपुर जिले में उन्होंने करीब 8 हजार मुसहर बच्चों का स्कूल में एडमिशन करवाया है. वह 100 से ज्यादा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करवा चुके हैं. उन्होंने अपनी दो किताबों नेमप्लेट और कोलकाता से कोलकाता के जरिये मुसहर समाज की दुर्दशा को समाज के सामने रखा है.