Bihar News: BRA बिहार यूनिवर्सिटी का गजब कारनामा, 1 डिग्री के लिए दोबारा वसूला 5 गुना फीस Bihar STET : STET परीक्षा के लिए आज से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन शुरू, फॉर्म भरने से पहले साथ रखें यह डिटेल Bihar News: अब घर बैठे आधार में मोबाइल नंबर करें अपडेट, जानिए... पूरी डिटेल Bihar News: संविदा पर काम कर रहे सर्वेक्षण कर्मचारियों की हड़ताल पड़ी भारी, नए बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरु BIHAR NEWS : पीएम मोदी 15 सितंबर को देंगे बिहार को चार नई ट्रेनों की सौगात, पूर्णिया से होगा शुभारंभ Bihar News: शराबी के घायल होने पर भड़के ग्रामीण, पुलिस पर किया पथराव, दरोगा और सिपाही भागे Success Story: पिता टैक्सी ड्राइवर, चराया भैंस... गरीबी से जंग जीत बनीं IAS अधिकारी, जानिए... सी. वनमथी की संघर्ष भरी कहानी BIHAR ELECTION 2025 : विधानसभा चुनाव को लेकर LJP(R) का बड़ा बयान, कहा – पूरे बिहार में उतार सकते हैं उम्मीदवार,अकेले चुनाव लड़ने की ताकत सिर्फ हमारे पास Bihar News: वाह नेता जी वाह! कीचड़ और जलजामव देख जनता के कांधे पर चढ़े कांग्रेस सांसद, बाढ़ का ले रहे थे जायजा Tejashwi Yadav on Nitish Kumar: बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी यादव का वार, बेरोजगारी और पलायन पर सरकार को घेरा;पूछा 12 बड़े सवाल
25-Jan-2025 10:17 PM
By RAKESH KUMAR
ARRAH: बिहार के पत्रकार भीम सिंह भावेश अपने सामाजिक कार्यों से पूरे देश में बिहार का मान बढ़ा दिए है। आरा के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार सह समाजसेवी डॉ.भीम सिंह भावेश को पद्मश्री पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। आरा के दैनिक अखबार के पत्रकार भीम सिंह भावेश को पद्मश्री पुरस्कार दिया जायेगा। पहले ही 26 जनवरी को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में गणमान्य व्यक्ति के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा चुका है। आज 25 जनवरी को केंद्र सरकार ने 2025 के पद्म सम्मान का ऐलान कर दिया है। केंद्र सरकार द्वारा जारी सूची में बिहार के 7 लोगों का नाम शामिल है। जिसमें भोजपुर जिला के भीम सिंह भावेश का भी नाम उसमें शामिल है।
प्रसार भारती दिल्ली के जरिए आमंत्रण पत्र भी भेजा जा चुका है। भीम सिंह के नाम का जिक्र खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान कर चुके है। पीएम ने 110 वें एपिसोड में भीम सिंह भावेश की विशेष चर्चा करते हुए कहा बिहार के भोजपुर में भीम सिंह भावेश जी ने अपने क्षेत्र के मुसहर जाति के लोगो के लिए बहुत काम किया है। मुसहर एक अत्यंत वंचित समुदाय है। ने इस समुदाय के बच्चों की शिक्षा पर फोकस किया है।
बता दें कि भीम सिंह भावेश अब तक मुसहर जाति के आठ हजार बच्चों का दाखिला स्कूल में कराया है और एक बड़ी लाइब्रेरी भी बनवाया है। इनके स्थापित पुस्तकालय के माध्यम से अब तक सवा सौ से अधिक बच्चे एनएमएमएस (राष्ट्रीय आय सह मेधा छात्रवृत्ति) का वजीफा पा रहे हैं। इनके प्रयास से करीब सौ अनाथ बच्चे-बच्चियों को परवरिश का लाभ मिल रहा है।
भीम सिंह भावेश ने पीएम को दिया धन्यवाद
भीम सिंह भावेश के द्वारा फोन पर हुई बातचीत में बताया कि उन्हें गणतंत्र दिवस के परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रण आया है। जिसमें शामिल होने के लिए हवाई यात्रा के माध्यम से दिल्ली निकल चुके हैं। आज फोन के माध्यम से कई लोगो के द्वारा जानकारी मिली कि पद्मश्री पुरस्कार के लिए मेरे नाम की घोषणा हुई है। उसके बाद शाम में मुझे गृह मंत्रालय के द्वारा जानकारी दी गई कि पदम् श्री पुरस्कार के लिए आपके नाम की घोषणा हुई है। ये अत्यंत हर्ष के विषय है।
उन्होंने कहा कि मेरे तरफ से विशेष आभार व धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को है। उन्होंने मेरे छोटे से प्रयास को इतने बड़े मुकाम तक लाया। मुसहर समाज के लिए हम काम करते थे आगे भी करते रहेंगे। अब असीम ऊर्जा के साथ हम मुसहर समाज के विकास के लिए कार्य करेंगे। सरकार के द्वारा इतने बड़े पुरस्कार के लिए घोषणा होगी ये नही सोचे थे।
उन्होंने कहा कि जब इस सम्मान के बारे में जानकारी हुई तो हमें विश्वास नहीं हुआ कि पद्मश्री भी मुझे दिया जा सकता है। उन्होंने ने बताया कि करीब दो दशक से दलित समाज के मुसहर जाति के उत्थान के लिए काम कर रहा हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे इस काम के लिए मन की बात कार्यक्रम में मेरी तारीफ की साथ ही मुझे दिल्ली गणतंत्र दिवस पर आमंत्रण पत्र मिला इससे मैं बेहद खुश हूं अब मैं दुगने उत्साह के साथ आगे बढूंगा और मुसहर जाति के लिए लगातार काम करता रहूंगा।
मुसहर के मसीहा को सम्मान
केंद्र सरकार ने इस साल आरा के रहने वाले भीम सिंह भावेश को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित करने का फैसला लिया है. आरा(भोजपुर) के रहने वाले भीम सिंह पेशे से पत्रकार रहे हैं. पत्रकारिता के दौरान उन्होंने मुसहर समाज की दुर्दशा देखी तो अपना जीवन उनके लिए समर्पित कर दिया. वे पिछले 22 सालों से भोजपुर जिले के साथ साथ आस-पास के क्षेत्र में मुसहरों के लिए काम कर रहे हैं.
केंद्र सरकार के मुताबिक भीम सिंह भावेश अपनी संस्था “नई आशा” के जरिये मुसहर बस्तियों में काम करते हैं. वे दलितों और अति पिछड़ी जातियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए काम करते हैं. भोजपुर जिले में उन्होंने करीब 8 हजार मुसहर बच्चों का स्कूल में एडमिशन करवाया है. वह 100 से ज्यादा स्वास्थ्य शिविर आयोजित करवा चुके हैं. उन्होंने अपनी दो किताबों नेमप्लेट और कोलकाता से कोलकाता के जरिये मुसहर समाज की दुर्दशा को समाज के सामने रखा है.