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ब्रह्म मुहूर्त में मंत्र जाप; मानसिक शांति, ज्ञान औ समृद्धि का अमृत

ब्रह्म मुहूर्त, यानी सूर्योदय से पूर्व का वह पवित्र समय जब प्रकृति शांति और ऊर्जा से ओत-प्रोत होती है। हिंदू धर्म में शुभ माना जाता। इस अद्वितीय समय में 'ओम्' का जाप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। पूरा दिन सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है।

Brahma Muhurta

09-Feb-2025 07:00 AM

Brahma Muhurta: सनातन धर्म में ब्रह्म मुहूर्त, अर्थात् सूर्योदय से पूर्व का वह पवित्र समय, अत्यंत शुभ माना जाता है। इस विशिष्ट काल में 'ओम्' का जाप करने से मन शांत रहता है और पूरा दिन सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। ब्रह्म मुहूर्त में उच्चारित किए जाने वाले मंत्रों में देवताओं की कृपा विशेष रूप से प्राप्त होती है, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों में संतुलन, सुख-समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है।


ब्रह्म मुहूर्त में मंत्र जाप का महत्व

ब्रह्म मुहूर्त वह समय होता है जब प्रकृति अपने शांतिपूर्ण और ऊर्जा से ओत-प्रोत स्वरूप में होती है। इस समय में किए गए मंत्र जाप से मानसिक शांति प्राप्त होती है, मनोबल मजबूत होता है और दिन भर के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। कई ज्योतिषियों और धार्मिक गुरुओं का मानना है कि ब्रह्म मुहूर्त में उठते ही उठते मंत्रों का उच्चारण करने से जीवन में आने वाले बाधाएँ दूर होती हैं और सभी परेशानियाँ शीघ्र ही समाप्त हो जाती हैं।


प्रमुख मंत्र एवं उनके लाभ

1. महालक्ष्मी मंत्र

मंत्र:

ऊँ श्रीं क्लीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा

लाभ:

ब्रह्म मुहूर्त में इस मंत्र का उच्चारण करने से धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा माना जाता है कि इससे घर-परिवार में धन का निरंतर आगमन होता है और रुके हुए धन की प्राप्ति सुनिश्चित होती है। आर्थिक तंगी दूर होती है एवं समृद्धि के नए अवसर खुलते हैं।

2. महामृत्युंजय मंत्र

मंत्र:

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,

उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्

लाभ:

महामृत्युंजय मंत्र का जाप भगवान शिव की कृपा पाने का एक अत्यंत प्रभावी उपाय है। ब्रह्म मुहूर्त में इस मंत्र का उच्चारण करने से जीवन के हर संकट और भय दूर हो जाते हैं। यह मंत्र न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार लाता है, बल्कि मानसिक संतुलन एवं आत्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करता है।

3. गायत्री मंत्र

मंत्र:

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं,

भर्गो देवस्य धीमहि,

धियो यो न: प्रचोदयात्

लाभ:

गायत्री मंत्र का ब्रह्म मुहूर्त में जाप करने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। यह मंत्र बुद्धि, ज्ञान और विवेक का मार्ग प्रशस्त करता है तथा जीवन में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। मन प्रसन्न रहता है और निर्णय लेने में स्पष्टता आती है।

4. सुख-समृद्धि के लिए मंत्र

मंत्र:

कराग्रे वसते लक्ष्मीः,

करमध्ये सरस्वती,

करमूले तु गोविन्दः,

प्रभाते करदर्शनम्

लाभ:

इस मंत्र का उच्चारण ब्रह्म मुहूर्त में करने से न केवल धन की देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि घर में धन-संपदा का भी निरंतर प्रवाह बना रहता है। यह मंत्र दिन की शुरुआत को शुभ बनाता है और सम्पूर्ण दिन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।


ब्रह्म मुहूर्त में मंत्र जाप एक प्राचीन परंपरा है, जो शारीरिक, मानसिक एवं आत्मिक स्वास्थ्य को संतुलित करने में अत्यंत सहायक सिद्ध होती है। महालक्ष्मी, महामृत्युंजय, गायत्री एवं सुख-समृद्धि के मंत्रों का उच्चारण करने से व्यक्ति को धन, ज्ञान, स्वास्थ्य एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। यदि आप अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन चाहते हैं, तो ब्रह्म मुहूर्त में जागते ही इन मंत्रों का जाप करना आपके लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है।