Bihar News: बिहार में करमा पूजा के दौरान बड़ा हादसा, आहर में डूबने से दो सगी बहन समेत चार की मौत Train News: रेलवे ने 06 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के परिचालन अवधि में किया विस्तार, दानापुर और पुणे के बीच चलेगी एक जोड़ी स्पेशल ट्रेन Train News: रेलवे ने 06 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों के परिचालन अवधि में किया विस्तार, दानापुर और पुणे के बीच चलेगी एक जोड़ी स्पेशल ट्रेन ICC RANKING : ICC रैंकिंग में तीनों फॉर्मेट में नंबर वन ऑलराउंडर का नाम आया सामने, इंडियन प्लेयर है कब्जा Bihar politics: जहानाबाद के पूर्व सांसद JDU में होंगे शामिल, पार्टी में और मजबूत होगी भूमिहारों की पकड़ Bihar News: बिहार की 233 आर्द्रभूमियों का हेल्थ कार्ड तैयार, संरक्षण के लिए 'वेटलैंड मित्र' योजना शुरू Bihar News: बिहार की 233 आर्द्रभूमियों का हेल्थ कार्ड तैयार, संरक्षण के लिए 'वेटलैंड मित्र' योजना शुरू Bihar Teacher News: बिहार के 72 सरकारी शिक्षक-शिक्षिका को मिलेगा पुरस्कार, 5 तारीख को पटना बुलाया गया, लिस्ट देखें... Bihar News: बिहार के निवेशकों को मिली बड़ी राहत, सरकार ने स्टाम्प और निबंधन शुल्क की छूट की अवधि बढ़ाई Bihar News: बिहार के निवेशकों को मिली बड़ी राहत, सरकार ने स्टाम्प और निबंधन शुल्क की छूट की अवधि बढ़ाई
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Wed, 03 Sep 2025 02:29:28 PM IST
- फ़ोटो Google
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को बड़ा झटका लगा है। पूर्वी चंपारण के गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक मीना द्विवेदी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
मीना द्विवेदी ने अपने इस्तीफे का कारण पार्टी में लगातार हो रही उपेक्षा और समर्थकों की अनदेखी को बताया है। उनके जनसुराज पार्टी में शामिल होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है, जिससे एनडीए गठबंधन, विशेष रूप से जेडीयू, के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
मीना द्विवेदी का परिवार समता पार्टी के दौर से ही नीतीश कुमार के करीबी रहा है। मीना द्विवेदी के ससुर देवेंद्र नाथ दूबे, उनके पति भूपेंद्र नाथ दूबे और 2005 से 2015 तक मीना द्विवेदी खुद जेडीयू की विधायक रहीं। तीनों ही गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। इनका राजनीतिक परिवार लंबे समय से क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय और प्रभावशाली रहा है।
मीना द्विवेदी आज भी गोविंदगंज क्षेत्र में मजबूत जनाधार रखती हैं। 2015 के बाद, जब यह सीट एनडीए के गठबंधन समन्वय के तहत किसी अन्य घटक दल को दे दी गई, तभी से वे पार्टी से नाराज चल रही थीं। उनका कहना है कि ना केवल उन्हें, बल्कि उनके समर्थकों को भी लगातार नजरअंदाज किया जा रहा था, जिस वजह से उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।
बिहार चुनाव से पहले मीना द्विवेदी का इस्तीफा एनडीए, विशेष रूप से जेडीयू के लिए सियासी नुकसान माना जा रहा है। जनसुराज पार्टी में संभावित शामिल होने से यह गठबंधन में सीट बंटवारे और रणनीति को भी प्रभावित कर सकता है।