Bihar News: बिहार में अर्घ्य देने के दौरान दो पक्षों में जमकर मारपीट, कई लोग घायल; जानें क्या है मामला? Bihar Crime News: बिहार में बाइक सवार बदमाशों ने किसान की गोली मारकर हत्या, एक अपराधी गिरफ्तार Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में गोलीबारी के बाद मचा हड़कंप, मुखिया समेत 2 गिरफ्तार Bihar News: बिहार में छठ घाट बनाने के दौरान युवक की डूबने से मौत, परिवार में मचा कोहराम Chhath Puja Tragedy : छठ घाट पर दर्दनाक हादसा: एक ही परिवार के तीन मासूम डूबे, सुरक्षा इंतजाम की खुली पोल Barh Heart Attack : छठ पूजा के दौरान अर्घ्य अर्पित करते समय श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत, गंगा घाट पर मची अफरा-तफरी Bihar Election 2025 : तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: “हमारा चेहरा तय, एनडीए बताए उनका विजन क्या है” – महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी ! IB Vacancy 2025 : इंटेलिजेंस ब्यूरो में टेक्निकल पदों पर निकली 258 वैकेंसी, GATE स्कोर से होगा चयन IRCTC घोटाला मामला: चुनाव प्रचार के बीच लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ीं, राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने दी कड़ी दलील, कहा- 'चुनाव प्रचार और केस दोनों संभालना मुश्किल' छठ पूजा पर चिराग पासवान ने सूर्य को अर्घ्य देकर मांगी बिहार की खुशहाली, कहा– छठी मैया ने बिना मांगे ही बहुत कुछ दिया
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Sun, 03 Aug 2025 07:44:08 PM IST
- फ़ोटो google
Bihar Politics: बिहार में मतदाता सूची को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। दोहरे EPIC नंबर रखने के मामले में अब केवल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ही नहीं, बल्कि महागठबंधन में शामिल CPI (ML) सांसद की पत्नी के नाम से भी दो अलग-अलग EPIC नंबर दर्ज पाए गए हैं।
सुदामा प्रसाद वही सांसद हैं जिनकी पार्टी, CPI (ML), मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ पहले ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर चुकी है। अब उनकी पत्नी के नाम से दो वोटर लिस्ट होने का मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरा से CPI (ML) सांसद सुदामा प्रसाद की पत्नी के नाम पर भी दो अलग-अलग EPIC नंबर दर्ज पाए गए हैं।
इससे पहले, तेजस्वी यादव के नाम पर भी दो EPIC नंबर RAB0456228 और RAB2916120 पाए गए थे। निर्वाचन आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तेजस्वी यादव को नोटिस भेजा है और दोनों EPIC कार्ड की मूल प्रतियां मांगी हैं। आयोग के अनुसार, पहला EPIC नंबर वैध है, लेकिन दूसरा नंबर फर्जी पाया गया है।
बता दें कि 1 अगस्त को निर्वाचन आयोग ने बिहार की प्रारूप मतदाता सूची जारी की थी। इसके बाद से मतदाता सूची में गड़बड़ियों और दोहरे नामों को लेकर लगातार मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि, आयोग ने स्पष्ट किया है कि यह सूची अंतिम नहीं है। राजनीतिक दलों और मतदाताओं के पास 1 सितंबर तक आपत्ति दर्ज कराने का अवसर है।
आयोग का कहना है कि 30 सितंबर को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, ताकि कोई भी पात्र मतदाता मतदान से वंचित न रह जाए। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, एसआईआर के पहले चरण में 65 लाख नामों को मतदाता सूची से हटाया गया है। इन मामलों के सामने आने के बाद राजनीतिक दलों द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट- फर्स्ट बिहार/ झारखंड
