1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 26 Sep 2025 10:50:31 AM IST
बिहार की राजनीतिक में हलचल - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। एक ओर महागठबंधन जनसभाओं और योजनाओं के जरिए अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटा है, वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चाणक्य माने जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बिहार में डेरा डाल दिया है। एक हफ्ते में दूसरी बार बिहार दौरे पर आ रहे अमित शाह शुक्रवार को पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया स्थित कुमारबाग इंजीनियरिंग कॉलेज के ऑडिटोरियम में कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने बताया कि इस संवाद में बेतिया, बगहा, रक्सौल, ढाका, मोतिहारी, गोपालगंज, सीवान (उत्तर-दक्षिण) और छपरा समेत 10 संगठनात्मक जिलों के 294 पार्टी कार्यकर्ता शामिल होंगे। बैठक में सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य, जिलाध्यक्ष, प्रभारी, संयोजक, कोर कमेटी सदस्य और विस्तारक जैसे शीर्ष स्तर के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। शाह का आगमन दोपहर 2 बजे होगा और वे शाम 4 बजे पटना रवाना हो जाएंगे। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और हेलीपैड का निर्माण भी किया गया है।
अमित शाह शुक्रवार शाम पटना पहुंचने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश के 40 शीर्ष नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर बैठक करेंगे। इस अहम बैठक में बिहार चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। यह बैठक भाजपा की चुनावी तैयारियों की दिशा और रणनीति तय करेगी।
शुक्रवार को पटना में भाजपा के इंटरनेट मीडिया विंग की भी बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें 52 संगठनात्मक जिलों से डिजिटल विंग के पदाधिकारी भाग लेंगे। अमित शाह इस बैठक को संबोधित करेंगे और सोशल मीडिया की चुनाव में भूमिका पर मार्गदर्शन देंगे।
शनिवार को शाह का मिशन और भी व्यापक होगा। वे सुबह समस्तीपुर जिले के सरायरंजन इंजीनियरिंग कॉलेज सभागार में मिथिलांचल और तिरहुत क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। इसके बाद दोपहर को वे अररिया जिले के फारबिसगंज हवाई अड्डा मैदान में कोसी-सीमांचल क्षेत्र के 10 जिलों के 49 विधानसभा क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इन सम्मेलनों में पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के कार्यकर्ता भाग लेंगे।
इसके साथ ही अमित शाह होटल मौर्य, पटना में शुक्रवार रात को एक महत्वपूर्ण बंद बैठक में देश के 11 राज्यों से आए 45 सांसदों और 45 विधायकों से भी मुलाकात करेंगे। इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के सांसद-विधायक शामिल होंगे। इन्हें बिहार के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में संगठनात्मक ज़िम्मेदारी दी गई है। शाह अब तक 20 संगठनात्मक जिलों की बैठकें ले चुके हैं, और यह दौरा भाजपा के चुनावी अभियान को नई गति देने के लिए अहम माना जा रहा है।
इधर, कांग्रेस ने महिला मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए ‘महिला संवाद यात्रा’ की शुरुआत की है, जिसकी कमान खुद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभालरही हैं। आज यानी शुक्रवार को वे मोतिहारी में एक जनसभा को संबोधित करेंगी और पटना में महिला संवाद कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगी। इससे पहले वे राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा में भी शामिल होकर बिहार का दौरा कर चुकी हैं।
इसके साथ ही महागठबंधन की ओर से महिला घोषणापत्र यानी “महिला संकल्प पत्र” जारी किया जाएगा है। जानकारी के अनुसार, इसमें महिला सुरक्षा, शिक्षा, अधिकार, और हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई जैसे मुद्दों को शामिल किया जाएगा। खास वादा यह भी होगा कि बलात्कार पीड़िता की FIR हर हाल में 24 घंटे में दर्ज की जाएगी।
बिहार में चुनाव आयोग की सक्रियता के साथ ही सभी दलों ने अपनी-अपनी राजनीतिक बिसात बिछानी शुरू कर दी है। अमित शाह का यह दो दिवसीय दौरा भाजपा के लिए चुनावी तैयारियों का "फुल गियर" मोड है, जिसमें जमीनी कार्यकर्ताओं से संवाद, सोशल मीडिया रणनीति, और प्रवासी नेताओं की तैनाती जैसे सभी आयाम शामिल हैं। साथ ही महागठबंधंन की ‘महिला संवाद यात्रा’ चुनावी रुप से कितना प्रभावी हो पाती है यह देखना काफी दिलचस्प साबित होने वाला है।