India-Pakistan Tension: टेरिटोरियल आर्मी को लेकर रक्षा मंत्रालय ने जारी किया आदेश, जरूरत पड़ी तो जंग के मैदान में जाएंगे लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी? India-Pakistan Tension: टेरिटोरियल आर्मी को लेकर रक्षा मंत्रालय ने जारी किया आदेश, जरूरत पड़ी तो जंग के मैदान में जाएंगे लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी? Bihar Crime News: बिहार में ATM कैश वैन से 70 लाख की चोरी, पलक झपकते ही पैसे उड़ा ले गए शातिर Bihar Crime News: बिहार में ATM कैश वैन से 70 लाख की चोरी, पलक झपकते ही पैसे उड़ा ले गए शातिर India-Pakistan Tension: सीमा पर पाक आर्मी की तरफ से भीषण गोलीबारी, भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब; अमृतसर-पठानकोट-जम्मू में ब्लैकआउट India-Pakistan Tension: सीमा पर पाक आर्मी की तरफ से भीषण गोलीबारी, भारतीय सेना दे रही मुंहतोड़ जवाब; अमृतसर-पठानकोट-जम्मू में ब्लैकआउट Bihar Politics: सीएम नीतीश कुमार का बेगूसराय दौरा, मुख्यमंत्री ने करोड़ों की योजनाओं की दी सौगात Bihar News: VTR के जंगलों में लगी भीषण आग, वन्यजीवों की जान पर मंडराया खतरा Bihar News: बिहार में भीषण सड़क हादसा, चार साल के मासूम की मौत, पांच लोग घायल Bihar Crime News: बिहार में यूरिया लदे ट्रक को ले भागे बदमाश, CCTV में कैद हुई चोरी की वारदात
1st Bihar Published by: Updated Fri, 28 Aug 2020 07:16:27 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुप्रतीक्षित ऑनलाइन दाखिल खारिज सेवा की शुरुआत कर दी है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से जुड़े इस सेवा की शुरुआत की है जिसके बाद अब लोग अंचल कार्यालय से ही ऑनलाइन जमीन का दखल कब्जा प्रमाण पत्र ले पाएंगे। दखल कब्जा प्रमाण पत्र लेने के लिए अब हल्का कर्मचारी या सीआई की रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी।
इस सेवा की शुरुआत के बाद एलपीसी लेने की व्यवस्था में होने वाली गड़बड़ियों पर रोक लग जाएगी। कर्मचारियों की मनमानी खत्म हो जाएगी और साथ ही साथ लोगों को अब निचले स्तर के कर्मियों के आगे पीछे चक्कर नहीं लगाना होगा। आपको बता दें कि दो पक्षों के बीच जमीन विवाद के मामले में एलपीसी की भूमिका अहम मानी जाती है अब तक एलपीसी को लेकर यह माना जाता रहा है कि आर्थिक तौर पर मजबूत लोग पैसे का इस्तेमाल कर इसे अपने पक्ष में बनवा लेते हैं लेकिन अब यह सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। इस प्रक्रिया में गड़बड़ी, लेनदेन और पक्षपात की शिकायतें आम बात थी लेकिन नई व्यवस्था के बाद अब सीधे अंचलाधिकारी इस मामले में निर्णय कर पाएंगे।
सरकार के इस कदम के बाद अब एलपीसी लेने की कार्यवाही में पारदर्शिता आएगी। साथ ही साथ डिजिटाइज्ड जमाबंदी के आधार पर ही एलपीसी जारी किया जाएगा। संयुक्त जमाबंदी की स्थिति में सभी जमाबंदी का नाम अंकित करने के बाद ही एलपीसी जारी किया जाएगा। ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद कई तरह की विसंगतियां दूर हो जाएंगी।