Patna News: पाकिस्तान से धमकी मिलने के बाद बिहार में हाई अलर्ट, पटना जंक्शन पर चलाया गया सघन चेकिंग अभियान Patna News: पाकिस्तान से धमकी मिलने के बाद बिहार में हाई अलर्ट, पटना जंक्शन पर चलाया गया सघन चेकिंग अभियान जमुई में 130 लीटर देसी शराब के साथ पकड़ा गया 6 तस्कर, चोर समझकर ग्रामीणों ने दबोचा किया पुलिस के हवाले BIHAR NEWS : जमुई में तालाब में डूबने से युवक की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ Bihar News: बिहार में लड़की का हाईवोल्टेज ड्रामा, बॉयफ्रेंड से शादी के लिए बिजली के टावर पर चढ़ी; जानिए.. फिर क्या हुआ? Bihar News: बिहार में लड़की का हाईवोल्टेज ड्रामा, बॉयफ्रेंड से शादी के लिए बिजली के टावर पर चढ़ी; जानिए.. फिर क्या हुआ? मोतिहारी में युवकों ने पकड़ा 15 फीट लंबा अजगर, देखने के लिए उमड़ी भारी भीड़ बिहार में बाघ का कहर: 65 साल की बुजुर्ग महिला को जिंदा चबा गया बाघ, परिजनों को मिला सिर्फ पैर का हिस्सा BIHAR ELECTION : लालू यादव की चादरपोशी से गरमाई बिहार की सियासत, जदयू-भाजपा ने लगाया यह आरोप Bihar Election 2025: NDA में सीट शेयरिंग से पहले उम्मीदवारों का एलान, JDU के बाद अब BJP ने भी इस सीट से कैंडिडेट की घोषणा की
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 09 Sep 2024 03:35:49 PM IST
- फ़ोटो
CHHAPRA: छपरा मे नाबालिग लड़के का यूट्यूब देखकर पथरी का ऑपरेशन करने वाला झोलाछाप डॉक्टर आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया। लड़के को पटना ले जाने के दौरान उसकी मौत के बाद आरोपी फर्जी डॉक्टर बीच रास्ते से ही फरार हो गया लेकिन मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया और फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, सारण के गड़खा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में एक झोलाछाप डॉक्टर अजीत कुमार पुरी ने मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुवालपुर गांव निवासी चंदन साह के 15 वर्षीय बेटे कृष्णा कुमार उर्फ गोलूकी पथरी का ऑपरेशन यूट्यूब देखकर कर दिया था।
ऑपरेशन के बाद लड़के की हालत बिगड़ी तो खुद एंबुलेंस से लेकर पटना के लिए रवाना हो गया था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। किशोर की मौत होने के बाद आरोपी डॉक्टर और उसके सहयोगी बच्चे को बीच रास्ते में छोड़कर फरार हो गए थे। इसके बाद परिजनों ने गरखा थाने में आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
केस दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन में आई और 8 सितंबर को ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने चार साल तक एक डॉक्टर के पास कंपाउंडर का काम किया और बाद में खुद प्रेक्टिस कर डॉक्टर बन गया और अस्पताल खोलकर लोगों की इलाज करने लगा था।