BIHAR: अवैध खनन के खिलाफ खान एवं भूतत्व विभाग की कार्रवाई, 7 दिन में 1000 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी पटना SSP की टीम में होंगे 'ऑपरेशन स्पेशलिस्ट' ! नक्सलियों-कुख्यातों पर काल बनकर किया है प्रहार...अब अपराधियों के लिए आफत बनेंगे ''अफसर हुसैन'' BIHAR: पागल कुत्ते ने 50 से अधिक लोगों को काटा, गुस्साए लोगों ने लाठी-डंडे से पीटकर मार डाला Bihar News: स्टेट हाइवे में तब्दील होगी बिहार की यह सड़क, इन 3 जिलों के लोगों को होगा विशेष लाभ मुंगेर में बिजली विभाग के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन, शॉर्ट सर्किट से गुस्साए लोगों ने किया हंगामा Bihar News: बिहार के इस जिले में लगने जा रही टेक्सटाइल इंडस्ट्री, खर्च होंगे ₹400 करोड़ कांग्रेस की दुर्गति: 'अल्लावरू' ऐसे औंधे मुंह गिरे, अब रैली कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे !....तो बक्सर में सुपर फ्लॉप रैली के नायक बन कर उभरे बिहार प्रभारी ? महिला डांसर को बंधक बनाकर सरेआम बेल्ट से पीटने का वीडियो वायरल, न्याय के लिए दर-दर भटक रही पीड़िता Patna News: कुछ ही घंटों की बारिश में राजधानी हुआ पानी-पानी, कई फ्लाइट्स हुईं लेट; यातायात जाम Bihar Politics: डिप्टी CM और ललन सिंह के क्षेत्र में जाकर प्रशांत किशोर ने की इन 5 मुद्दों पर चर्चा, तेजप्रताप की चुटकी लेते हुए चिराग पर भी बोले
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 09 Sep 2024 03:35:49 PM IST
- फ़ोटो
CHHAPRA: छपरा मे नाबालिग लड़के का यूट्यूब देखकर पथरी का ऑपरेशन करने वाला झोलाछाप डॉक्टर आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया। लड़के को पटना ले जाने के दौरान उसकी मौत के बाद आरोपी फर्जी डॉक्टर बीच रास्ते से ही फरार हो गया लेकिन मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया और फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, सारण के गड़खा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में एक झोलाछाप डॉक्टर अजीत कुमार पुरी ने मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुवालपुर गांव निवासी चंदन साह के 15 वर्षीय बेटे कृष्णा कुमार उर्फ गोलूकी पथरी का ऑपरेशन यूट्यूब देखकर कर दिया था।
ऑपरेशन के बाद लड़के की हालत बिगड़ी तो खुद एंबुलेंस से लेकर पटना के लिए रवाना हो गया था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। किशोर की मौत होने के बाद आरोपी डॉक्टर और उसके सहयोगी बच्चे को बीच रास्ते में छोड़कर फरार हो गए थे। इसके बाद परिजनों ने गरखा थाने में आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
केस दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन में आई और 8 सितंबर को ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने चार साल तक एक डॉक्टर के पास कंपाउंडर का काम किया और बाद में खुद प्रेक्टिस कर डॉक्टर बन गया और अस्पताल खोलकर लोगों की इलाज करने लगा था।