ये हद है राजीव प्रताप रूडी जी: लोग तड़प कर मर रहे हैं औऱ आपने MP फंड के 30 एम्बुलेंस छिपा कर रखे, पप्पू यादव ने ऑनस्पॉट खोली पोल

ये हद है राजीव प्रताप रूडी जी: लोग तड़प कर मर रहे हैं औऱ आपने MP फंड के 30 एम्बुलेंस छिपा कर रखे, पप्पू यादव ने ऑनस्पॉट खोली पोल

PATNA : बिहार में कोरोना के त्राहिमाम के बीच लोग जब तड़प तड़प कर मर रहे हैं तब छपरा में सांसद राजीव प्रताप रूडी के एमपी फंड से लाये गये 30 से ज्यादा एंबुलेंस एक कैंपस में छिपा कर रखे गये थे. जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने आज उस कैंपस में धावा बोला. छिपा कर रखे गये एंबुलेंस से कवर हटाया औऱ कैमरे के सामने हकीकत उजागर कर दी. पप्पू यादव कह रहे हैं कि छिपा कर रखे गये एंबुलेंस की तादाद 100 थी. लेकिन उनके आने की खबर मिलने के बाद ढ़ेर सारे एंबुलेंस को वहां से निकाल दिया गया. ये सारे एंबुलेंस 2019 के सांसद फंड से खरीदे गये हैं. 


पप्पू ने धावा बोला तो सामने आयी हकीकत
दरअसल पप्पू यादव ने आज सारण जिले के अमनौर के पास एक कैंपस में छापा मारा. ये कैंपस छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी का कार्यालय बताया जाता है. हालांकि उस कैंपस का मालिक कोई औऱ है. इस कैंपस में राजीव प्रताप रूड़ी के कई होर्डिंग-बैनर के साथ साथ प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का भी बोर्ड लगा है. इसी परिसर में कवर से ढ़क कर तीस से ज्यादा एंबुलेंस रखे गये थे. पप्पू यादव ने आज उस कैंपस में छापा मारा औऱ कैमरे के सामने दिखाया कि किस तरह एंबुलेंस को स्टोर कर सांसद के कैंपस में रखा गया था.



2019 में ही खरीदे गये थे एंबुलेंस
राजीव प्रताप रूड़ी के फंड से ये एंबुलेंस 2019 में ही खरीदे गये थे. ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि जिन एंबुलेंस को पप्पू यादव ने पकडा उस पर ही लिखा है MPLADS-2019. अमौर के पास रखे गये उन एंबुलेंस पर सांसद पंचायत एंबुलेंस सेवा लिखा हुआ है. सभी पर राजीव प्रताप रूडी के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औऱ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर लगायी गयी है. एंबुलेंस पर एक टॉल फ्री नंबर भी दिया गया है-18003456222. ये नंबर सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के कार्यालय का है. कैमरे के सामने सारे एंबुलेंस को बेनकाब करने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि यही बीजेपी की हकीकत है. 



दरअसल पूरे बिहार में एंबुलेंस के लिए हाहाकार मचा है. एंबुलेंस संचालक लोगों को लूट रहे हैं. बिहार सरकार बार-बार ये कह रही है कि एंबुलेंस संचालकों की मनमानी पर रोक लगायी जायेगी. सरकार ने एंबुलेंस के लिए भाड़ा भी तय किया है. लेकिन उसे मानने को कोई तैयार नहीं है.



उधर फर्स्ट बिहार की टीम ने राजीव प्रताप रूड़ी के सांसद कार्यालय से बात की. वहां फोन उठाने वाले कर्मचारी से हमने जब एंबुलेंस के बारे में पूछा तो उसने कहा कि सर से बात कराते हैं. फिर फोन किसी और को थमा दिया गया. उन्होंने अपना नाम बबलू सिंह बताते हुए खुद को सांसद कार्यालय का प्रभारी औऱ बीजेपी का वर्कर बताया. उन्होंने कहा कि पप्पू यादव फर्जी आरोप लगाया है. पप्पू यादव की हिम्मत है तो उनसे खुले मंच पर बहस कर लें. पप्पू यादव कैसे कैंपस में घुस गये. सांसद राजीव प्रताप रूड़ी तन मन धन से जनता की सेवा में लगे हैं. उनके 65 एंबुलेंस क्षेत्र में चल रहे हैं. राजीव प्रताप रूड़ी के जैसी सेवा कोई दूसरा सांसद नहीं कर रहा है.



फर्स्ट बिहार की खबर के बाद सांसद के कैंप में खलबली मच गयी. आनन फानन में सांसद राजीव प्रताप रूड़ी का बयान हमें भेजा गया. हम उसे आपके सामने रख रहे हैं“पप्पू यादव अपनी राजनीति में मधेपुरा चले आये. उन्हें नहीं पता है कि सारण जिले के 80 एंबुलेंस में लगभग 56 एंबुलेंस कार्यरत हैं औऱ जनता की सेवा में लगे हुए हैं. दुर्भाग्य है कि इस समय ड्राइवर के अभाव में सभी एंबुलेंस नहीं चल पा रहे हैं. पप्पू यादव आप सभी एंबुलेंस ले जाइये लेकिन सारण की जनता को ये कसम देकर जाइये कि सारण में बची हुई सभी एंबुलेंस पर आप ड्राइवर देंगे औऱ उसे संचालित करेंगे. राजनीति करना है तो मधेपुरा में करिये, सारण की जनता इससे प्रभावित नहीं होने वाली है.”