Anant Singh arrest : अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना ssp ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस! कुछ देर में हो जाएगी आधिकारिक पुष्टि ; क्या होगा मोकामा सीट पर असर बड़ी खबर : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को किया अरेस्ट ! दो गाड़ियों से साथ लेकर रवाना हुए सीनियर अधिकारी ! इलाके में चर्चा हुई तेज शिक्षा और शोध में नई दिशा: पटना ISM के चेयरमैन के जन्मदिन पर IJEAM का प्रथम अंक जारी Bihar Crime News: बिहार में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ Bihar Crime News: चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में चाकूबाजी की घटना, नाबालिग लड़के की हत्या से हड़कंप Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Koilwar bridge accident : कोइलवर सिक्सलेन पुल पर स्कूल बस और कंटेनर की टक्कर, ड्राइवर की हालत गंभीर
1st Bihar Published by: Updated Tue, 08 Mar 2022 12:34:11 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। दुनिया भर में 8 मार्च को हर वर्ष महिला दिवस मनाया जाता है। महिला दिवस के नाम से ही जाहिर है कि यह दिन महिलाओं को समर्पित है। महिला दिवस के बहाने हम ऐसी महिलाओं को याद करते हैं जिन्होंने वैश्विक पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। बिहार के सारण जिले की रहने वाली सात बहनों की कहानी भी कुछ खास है। एकमा की ये सात बहनें महिला सशक्तिकरण का नायाब उदाहरण हैं।
सारण के एकमा गांव निवासी राजकुमार सिंह की आजीविका का एक मात्र साधन आटा चक्की की दुकान है। उनकी आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं हैं। राजकुमार सिंह के घर सात बेटियां के बाद एक बेटा है। परिजन राजकुमार सिंह पर सात बेटियों की शादी का लगातार दबाव बना रहे थे, लेकिन बेटियों ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि सभी को बोलती बंद हो गई। अपने बुलंद हौसलों के साथ सातो बहनें आगे बढ़ती गईं और देखते ही देखते पुलिस फोर्स ज्वाइन कर लिया और अब वर्दी पहनकर समाज और देश की सेवा कर रही हैं।
सभी बहनों ने राज्य पुलिस के अलावा अर्ध सैनिक बल में अपना योगदान दिया है। सामान्य परिवर की इन बच्चियों ने अपनी जिद और कठिन परिश्रम के बल पर वह मुकाम हासिल कर लिया, जो दूसरों के लिए प्रेरणा का श्रोत है। सात बहनों में सबसे बडी रानी और उनसे छोटी रेणु ने वर्दी पहनने के लिए गांव में ही अभ्यास करना शुरू कर दिया था। गांव वालों के तानों को नजरअंदाज कर वे आगे बढ़ती गईं।
वर्ष 2006 में रेणु का SSB में कांस्टेबल के पद पर चयन हो गया। बड़ी बहन रानी शादी के बाद 2009 में बिहार पुलिस में कांस्टेबल चुन ली गई। इसके बाद अन्य पांच बहनें भी विभिन्न बलों में नियुक्त हो गईं। सातों बहनें संसाधनों के अभाव बीच गांव के ही स्कूल में पढ़ीं और कड़ी मेहनत के बल पर नौकरियां हासिल की। इन बहनों से प्रेरणा से इलाके की दर्जनों लड़कियां पुलिस सेवा में चुनी जा चुकी हैं।
सबसे बड़ी बहन रानी सिंह और कुमारी पिंकी बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस, रोहतास में तैनात हैं जबकि कुमारी रेणु सिंह एसएसबी गोरखपुर, कुमारी सोनी सिंह सीआरपीएफ दिल्ली, कुमारी प्रीति सिंह क्राइम ब्रांच जहानाबाद, कुमारी रिंकी सिंह एक्साइज पुलिस सिवान और कुमारी नन्ही सिंह जीआरपी पटना में तैनात हैं। रानी, रेणु और कुमारी सोनी की शादी हो चुकी है। कभी परिवार के लिए बोझ समझी जाने वाली सातों बहनें आज समाज के लिए प्रेरणा बन गई हैं।