DESK : लोकसभा के स्पीकर पद को लेकर सहमति बनाने की जिम्मेदारी BJP के सीनियर नेता और केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी गई है। मंगलवार को लोकसभा स्पीकर पद के उम्मीदवार को लेकर रक्षामंत्री के घर पर BJP और सहयोगी दलों के नेताओं की महत्वपूर्ण मीटिंग हुई। इसमें स्पीकर पद को लेकर मंथन हुआ। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होना है। इस दौरान लोकसभा के नए सदस्य शपथ लेंगे और फिर 26 जून को लोकसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव होगा।
सूत्र बता रहे हैं कि BJP ने सहयोगियों से सुझाव भी मांगे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि सहयोगियों ने फैसला BJP पर ही छोड़ दिया है। वही इस बारे में फैसला करेगी। रक्षामंत्री के घर पर हुई मीटिंग में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, मनोहर लाल, धर्मेंद्र प्रधान, किरेन रिजिजू, एस जयशंकर, वीरेंद्र कुमार और अन्नपूर्णा देवी शामिल हुए थे। JDU के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान सहित NDA के घटक दलों के कुछ नेता भी इस बैठक में मौजूद थे।
ओम बिरला पुन: हो सकते हैं लोकसभा के अध्यक्ष :
लोकसभा स्पीकर पद को लेकर अभी कई नामों पर चर्चा चल रही है। ओम बिरला को फिर से लोकसभा अध्यक्ष बनने की भी चर्चा है। राजस्थान में कोटा लोकसभा क्षेत्र से ओम बिरला ने जीत दर्ज की है। स्पीकर पद के लिए डी पुरंदेश्वरी, राधा मोहन सिंह और भर्तृहरि महताब के नाम की भी पर चर्चा चल रही है। बिहार से आने वाले BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह सातवीं बार सांसद चुने गए हैं। डी पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश में BJP की राज्य इकाई की प्रमुख हैं और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और अभिनेता रहे एनटी रामाराव (NTR) की बेटी हैं। वह TDP प्रमुख और सीएम चंद्रबाबू नायडू की रिश्तेदार भी हैं।
ऐसे में अगर BJP उनके नाम का चुनाव करती है तो TDP को भी कोई आपत्ति नहीं होगी। पुरंदेश्वरी पहले कांग्रेस में थीं, लेकिन साल 2014 में वह BJP में शामिल हो गई थीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में वह राजमुंद्री से सांसद चुनी गई हैं। भर्तृहरि महताब ओडिशा BJP के नेता हैं। पहले वह बीजू जनता दल से लंबे समय तक जुड़े रहे थे। इस बार BJP ने ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव में भी शानदार प्रदर्शन किया है और राज्य में BJP की पहली बार सरकार बनी है। ऐसे में हो सकता है कि स्पीकर के चुनाव में ओडिशा को तरजीह मिले। कांग्रेस सांसद के. सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। 18वीं लोकसभा के लिए नवनिर्वाचित सांसदों को पहले दो दिनों तक शपथ दिलाई जाएगी। शपथ के लिए प्रोटेम स्पीकर को नियुक्त किया गया है।
विपक्ष भी उतार सकता है उम्मीदवार :
इस बार BJP अपने दम पर 272 सीटों का जादुई आंकड़ा हासिल नहीं कर पाई है। उसे चंद्रबाबू नायडू की TDP और JDU का सहयोग लेना पड़ा है। ऐसे में किसी भी फैसले से पहले BJP अपने सहयोगी दलों से भी चर्चा कर रही है। 2014 और 2019 में BJP ने अपनी मर्जी से लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया था।विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. भी क्या स्पीकर के लिए अपना कोई विपक्ष उम्मीदवार उतारेगा इस बारे में अभी कुछ साफ नहीं है। अभी तक परंपरा यही रही है कि स्पीकर का चुनाव सर्वसम्मति से होता है। विपक्ष की मांग है कि उसे डिप्टी स्पीकर का पद मिले, लेकिन बीजेपी डिप्टी स्पीकर का पद अपने सहयोगी दल को देना चाहती है।