बंगाल में आरजेडी से समझौता नहीं करेगी ममता बनर्जी, ‘दीदी’ नहीं ‘भतीजे’ से हुई तेजस्वी के दूतों की मुलाकात

बंगाल में आरजेडी से समझौता नहीं करेगी ममता बनर्जी, ‘दीदी’ नहीं ‘भतीजे’ से हुई तेजस्वी के दूतों की मुलाकात

KOLKATA : पश्चिम बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी से तालमेल के लिए अपने दो दूतों को कोलकाता भेजने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव को झटका लगा है. तृणमुल कांग्रेस ने बंगाल चुनाव में आरजेडी से तालमेल करने से इंकार कर दिया है. सूत्रों के हवाले से ये खबर आ रही है. हालांकि आरजेडी ने दावा किया है कि तृणमुल कांग्रेस से उसकी बातचीत चल रही है और ये बातचीत सकारात्मक है.


दीदी नहीं भतीजे से मुलाकात
बता दें कि बंगाल चुनाव के मद्देनजर तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के दो नेताओं को कोलकाता भेजा है. आरजेडी के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी और महासचिव श्याम रजक कोलकाता में कैंप कर रहे हैं. सोमवार को उनकी मुलाकात ममता बनर्जी से होनी थी लेकिन ममता नहीं मिलीं. ममता के बदले उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी से अब्दुल बारी सिद्दीकी और श्याम रजक से मुलाकात हुई. उनके बीच बातचीत हुई लेकिन बात नहीं बनी.


सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी की पार्टी किसी भी पार्टी से तालमेल करने को इच्छुक नहीं है. वैसे भी बंगाल में आरजेडी का कोई जनाधार नहीं है. ऐसे में तृणमुल कांग्रेस आरजेडी के लिए अपनी सीटें क्यों छोड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक अभिषेक बनर्जी से राजद के दोनों नेताओं को इसकी जानकारी दे दी है. हालांकि अभिषेक बनर्जी ने ये भी कहा है कि वे तेजस्वी यादव से बात करेंगे. 


आरजेडी का दावा- बातचीत सकारात्मक
उधर आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने बताया कि अभिषेक बनर्जी से बातचीत काफी सकारात्मक रही है. श्याम रजक ने कहा कि ममता बनर्जी के कोलकाता से बाहर रहने के कारण उनसे बातचीत नहीं हो पायी लेकिन अभिषेक बनर्जी के साथ आरजेडी नेताओं की लंबी बातचीत हुई है. इस बातचीत में दोनों पार्टियों ने इस बात पर सहमति जतायी कि बीजेपी को हराने के लिए साझा रणनीति बनायी जानी चाहिये. श्याम रजक ने कहा कि तृणमुल कांग्रेस के साथ बातचीत काफी सकारात्मक रही है और आगे भी बातचीत जारी रहेगी. वैसे भी आरजेडी ये चाहती है कि हर हाल में बीजेपी को परास्त किया जाये. इसके लिए ममता बनर्जी को हर कदम पर समर्थन दिया जायेगा.


कोलकाता में मौजूद आरजेडी नेताओं ने बताया कि बंगाल में हुए घटनाक्रम की जानकारी पार्टी नेतृत्व को दी जायेगी. उसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जायेगी.