DESK : बिहार के नए मतदाताओं के लिए राहत भरी खबर है। अब वोटर लिस्ट में उन्हें नाम जुड़वाने के लिए एक नहीं बल्कि चार मौका दिया जाएगा। इसके पहले वोटरों को लिस्ट में नाम का पंजीकरण कराने के लिए सिर्फ एक मौका मिलता था। इसके लिए उन्हें एक बार ही 1 जनवरी का समय दिया जाता था। अब नए मतदाता 1 जनवरी के अलावा 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर को भी अपना नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकेंगे। नए डेट के मुताबिक आवेदन वोटर लिस्ट में प्रारूप प्रकाशन की डेट 09 नवंबर 2022 के बाद से किए जा सकेंगे।
सोमवार को निर्वाचन विभाग के सभागार में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई थी। इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार एचआर श्रीनिवास ने कहा कि अब ऐसे वोटर्स वोटर लिस्ट में पंजीकरण के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जो साल में किसी भी अर्हता तारीख को 18 साल पूरी कर रहे हो। उन्होंने बताया कि जो आवेदक वार्षिक संक्षिप्त पुनरीक्षण अवधि के दौरान पंजीकरण के लिए अप्लाई नहीं कर सके हैं, उन्हें बाद की हर तिमाही में तय तारीख को वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने का मौका मिलेगा। अग्रिम दावा दाखिल करने की प्रक्रिया युवा मतदाताओं को प्रदान की जाने वाली एक अतिरिक्त सुविधा है। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में नए नाम शामिल करने, संशोधन करने, नाम स्थानांतरित किए जाने इत्यादि के लिए अलग-अलग नए फॉर्म तैयार हो गए हैं। 05 जनवरी 2023 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। बता दें, देश में अभी वोटर्स की संख्या 94.5 करोड़ हैं जबकि बिहार की बात करें तो यहां 7.5 करोड़ वोटर्स हैं।
एचआर श्रीनिवास से जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक़ सारण और गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र और गया, कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों से विधान पर्षद की सदस्यता के लिए 2023 में इलेक्शन होगा। इस चुनाव के लिए जो वोटर लिस्ट तैयार किया जा रहा है, वह पहले की सूची से बिलकुल अलग होगा। इसको लेकर 1, 15 और 25 अक्टूबर, 2022 को नोटिस जारी कर दिया जाएगा। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए अप्लाई करने की अंतिम तारीख 7 नवंबर है। वहीं, 23 नवंबर को वोटर लिस्ट का प्रारूप प्रकाशित किया जाएगा। 23 से 9 दिसंबर तक दावा और आपत्ति प्राप्त किए जाएंगे, जबकि 25 दिसंबर तक दावा-आपत्तियों का निबटारा किया जाएगा। 30 दिसंबर 2022 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।