PATNA : विधानसभा में विधायकों की पिटाई के मसले पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा ऐलान किया है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि विधायकों की पिटाई करने वाले दोषी पदाधिकारियों के ऊपर तुरंत एक्शन लिया जाए. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर विधानसभा अध्यक्ष यह मानते हैं कि विपक्ष का कोई विधायक मारपीट के मामले में दोषी है तो उस पर कार्रवाई करने की बजाय आसन मुझ पर जो चाहे कार्रवाई करें.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अधिकारियों का बोलबाला है और अधिकारियों ने ही विधानसभा में विधायकों को पीटने का काम किया. तेजस्वी ने कहा कि उन्हें इस बात क्या पूरा भरोसा है कि विधानसभा अध्यक्ष विधायकों को पिटवाने का काम नहीं कर सकते. इसके लिए अधिकारी दोषी हैं और सरकार ने अधिकारियों का मनोबल बढ़ा कर रखा हुआ है. तेजस्वी यादव ने कहा कि आज मंत्री तक बिहार में अफसरशाही की बात कर रहे हैं. उनके इतना कहते ही डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद उठ खड़े हुए. उन्होंने कहा कि आज सदन में विधायकों की पिटाई पर चर्चा हो रही है, ना की किसी और मुद्दे पर. इसके बाद तेजस्वी यादव के संबोधन के दौरान कई बार टोका टोकी होती रही.
सदन में बोलने के दौरान तेजस्वी ने कहा कि अन्य भी राज्यों में सरकारें हैं. केंद्र भी भी सरकार है. मतभेद होने पर विपक्ष को भी बुलाकर चर्चा की जाती है. एक बार बात नहीं बनती तो दूसरी बार भी बातचीत की जाती है. बोलते-बोलते तेजस्वी ने ये भी कह दिया कि सत्ता आती जाती रहती है. कल को ऐसा न हो कि हम उधर बैठ जाएँ और आप विरोध करें तो हम गोली चलवा दें और मात्र दो सिपाही को निलंबित कर दें. उस सिपाही का निलंबन कब वापस होगा ये न तो आपको पता चलेगा और न ही हमको पता चलेगा.
तेजस्वी ने कहा कि ये मैं आपके मान-सम्मान की बात कर रहे हैं. जब विधायकों का मान सम्मान भी नहीं रहा तो जनता क्यों भेजेगी विधायकों को. सब कहते थे कि सीएम नीतीश से सीखना चाहिए. लेकिन मुख्यमंत्री को ही धैर्य सीखना चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि इसबार विपक्ष संख्या में कम नहीं है. जनता और जमात भी हमारे साथ है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अधिकारियों का बोलबाला है और अधिकारियों ने ही विधानसभा में विधायकों को पीटने का काम किया. तेजस्वी ने कहा कि उन्हें इस बात क्या पूरा भरोसा है कि विधानसभा अध्यक्ष विधायकों को पिटवाने का काम नहीं कर सकते. इसके लिए अधिकारी दोषी हैं और सरकार ने अधिकारियों का मनोबल बढ़ा कर रखा हुआ है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज मंत्री तक बिहार में अफसरशाही की बात कर रहे हैं. उनके इतना कहते ही डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद उठ खड़े हुए. उन्होंने कहा कि आज सदन में विधायकों की पिटाई पर चर्चा हो रही है, ना की किसी और मुद्दे पर. इसके बाद तेजस्वी यादव के संबोधन के दौरान कई बार टोका टोकी होती रही.
सदन में बोलने के दौरान तेजस्वी ने कहा कि अन्य भी राज्यों में सरकारें हैं. केंद्र भी भी सरकार है. मतभेद होने पर विपक्ष को भी बुलाकर चर्चा की जाती है. एक बार बात नहीं बनती तो दूसरी बार भी बातचीत की जाती है. बोलते-बोलते तेजस्वी ने ये भी कह दिया कि सत्ता आती जाती रहती है. कल को ऐसा न हो कि हम उधर बैठ जाएँ और आप विरोध करें तो हम गोली चलवा दें और मात्र दो सिपाही को निलंबित कर दें.
जीतन राम मांझी तेजस्वी यादव के बाद अपनी बात रखने के लिए सदन में खड़े हुए तो उन्होंने 23 मार्च की घटना पर गहरा अफसोस जताया कि उन्होंने संसदीय जीवन देखा है. इस दौरान सदन में कई तरह की घटनाएं भी देखी है. लेकिन 23 मार्च को सदन में जो कुछ हुआ वह वाकई उसके पहले कभी देखने को नहीं मिला.
जीतन राम मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव अगर सदन में यह कह रहे हैं कि विपक्षी विधायकों पर कार्रवाई करने की बजाय उन पर कार्रवाई की जाए. तो यह भी गलत है. तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि आखिर किस नियम के तहत दूसरे के कृत्य की सजा उन्हें दी जा सकती है. मांझी ने कहा कि तेजस्वी ऐसा बयान देकर कहीं न कहीं विधानसभा अध्यक्ष को ही धमकी दे रहे हैं. जीतन राम मांझी ने कहा कि उन्होंने लंबे राजनीतिक जीवन में हमेशा आदर्श की राजनीति की है. कर्पूरी ठाकुर जैसे राजनीतिक धरोहरों को इसी सदन में देखा है. लेकिन सदन को कलंकित करने वाले दिन से दाग किस तरह मिटे इस पर सब को सोचना होगा.