बिहार में शराबियों के लिए स्पेशल व्यवस्था, वीआईपी हाजत के आगे कई होटल भी फेल

बिहार में शराबियों के लिए स्पेशल व्यवस्था, वीआईपी हाजत के आगे कई होटल भी फेल

SAMASTIPUR: समस्तीपुर में वीआईपी शराबियों के लिए वीआईपी हाजत बनाया गया है। इस स्पेशल हाजत में होटलों जैसी सुविधा मिलेगी। हाजत में एसी कमरा बनाया गया है। जहां पकड़े गये शराबी आराम फरमाएंगे। लेकिन यह सुविधा सबके लिए नहीं है। यदि आप वीआईपी हैं, अधिकारी या जनप्रतिनिधि हैं और शराब के नशे में पकड़े गये है तब उन्हे वीआईपी हाजत में रखा जाएगा। उत्पाद विभाग के इस वीआईपी हाजत में होटलों जैसा सुख सुविधाएं मिलेगी। यहां एसी कमरा है बेडशीट लगे दो पलंग, सोफा, कुर्सी सहित की व्यवस्था की गयी है। नए वीआईपी हाजत का उद्घाटन उत्पाद अधीक्षक एसके चौधरी ने किया।


इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि वीआईपी व्यक्तियों को 24 घंटे रखने के लिए वीआईपी हाजत का निर्माण कराया है। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था मुख्यालय के आदेश पर किया गया है। इसमें सरकारी कर्मी, जनप्रतिनिधि सहित समाज के वैसे संभ्रांत व्यक्ति जो शराब पीते पकड़े जाते हैं तो उन्हें रखने के लिए वीआईपी हाजत का निर्माण किया गया है। जिसमें दो बेड, सोफा, टेबल आदि की व्यवस्था की गई है। साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए वीआईपी हाजत के गेट पर एक प्रशिक्षित श्वान रखा गया है। श्वान को रखने के लिए भी कॉटेज का निर्माण गेट के पास ही किया गया है।


उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि समस्तीपुर में शीघ्र ही शराबियों के घर पर एक पोस्टर चिपकाए जाएगे। जिसमें यह लिखा होगा कि मैं पियक्कड़ हूं। साथ ही पीने वाले व्यक्ति का पूरा विवरण भी उस पोस्टर में अंकित रहेगा। यह इसलिए किया जा रहा है कि समाज के लोग यह जान सके यह व्यक्ति शराबी है जिससे समाज में उसे इज्जत नहीं मिले। इससे दूसरे लोग भी शराब पीने से बचेंगे।


उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022 -23 में अब तक उत्पाद विभाग द्वारा 18,819 छापेमारी की गई है। जबकि इस दौरान 2432 अभियोग दर्ज किया गया है। उत्पाद विभाग की टीम ने अब तक 2980 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं टीम ने छापेमारी के दौरान 19239.225 लीटर देसी शराब के अलावा 138178.913 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त किया है। टीम ने 248 वाहन और 111 भवन को जब्त किया है। उत्पाद विभाग की टीम से अब तक शराब मामले में 449 लोगों को सजा दिलाई गई है। वहीं 761 वाहनों की नीलामी कराई गई है। जिससे उत्पाद विभाग को 8 करोड़ 15 लाख 35 हजार 906 रुपए की आय हुई है। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि प्रतिदिन 4 टीम छापेमारी करने जाती है। छापेमारी के दौरान ड्रोन कैमरे के अलावा डॉग स्क्वायड व मोटर बोट का भी सहारा लिया जा रहा है।