विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने बयान जारी कर कहा है की भाजपा सांसद अजय निषाद जी का बड़बोला पन जग जाहिर है. वे अपनी बातों के लिए ही मशहूर हैं. उन्होंने कहा कि अपने पिता के बलबूते राजनीति कर रहे हैं. उनका अपना कोई जनाधार नही हैं. निषाद समाज का एक भी आदमी उनको अपना नेता नही मानता. उन्होंने आज तक किसी का भला नहीं किया. वैसे भी जो आदमी अपने समाज का नही हुआ, वो क्या बात करेगा. कोई मुंह है क्या, उनके पास निषाद समाज को दिखाने के लिए? उन्होंने कहा है कि सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ नेता जीतन राम मांझी के लिए जिस तरह के भाषा का उपयोग उन्होंने किया है, इससे उनकी रुग्ण मानसिकता साफ झलकती है, खुद तो कुछ कर नहीं पाए. अपने पिता के बलबूते अपनी राजनीति चमका रहे हैं. सांसद की कुर्सी पर बैठकर ऐसी बातें करना क्या शोभनीय है. इतना भी ज्ञान उनको नही हैं.
देव ज्योति ने आगे कहा कि सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी आज सिर्फ बिहार की ही नही बल्कि पूरे भारत में निषाद समाज की आवाज़ को बुलंद कर रहे हैं. बिहार में उन्होंने निषाद समाज के लिए कितना काम किया है और लगातार कर रहे हैं. मछुवारा भाइयों के लिए बीमा, उनके लिए ट्रेनिंग सेंटर खुलवाना, उनके लिए रोजगार की व्यवस्था करना, पिछले एक साल में निषाद समाज के लिए उन्होंने जितना काम किया है, कभी इन कामों की भी चर्चा सांसद अजय निषाद को करना चाहिए। सिर्फ नकारात्मकता की राजनीति करने से उनको फुरसत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि वैसे भी अजय निषाद वर्षों से अपने फिजूल की बातों के लिए मशहूर हैं. यह बात तो मीडिया के सभी साथी भी जानते हैं.
उन्होंने कहा कि सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी उत्तरप्रदेश में ना तो अपने लिए गद्दी मांग रहे हैं, और ना ही उनका अपना कोई स्वार्थ हैं. उनकी मांग अपने समाज के लिए आरक्षण को लागू करवाने की है. वीआईपी पार्टी अजय निषाद से यह मांग करती हैं कि वे उत्तरप्रदेश में योगी जी को बोलकर निषाद समाज के लिए आरक्षण लागू करवा दे तो वीआईपी पार्टी उत्तरप्रदेश में भाजपा को समर्थन दे देगी. लेकिन वीआईपी पार्टी यह भी भली भांति जानती है कि अजय निषाद ऐसा कुछ नहीं करने वाले, क्योंकि उनको निषाद समाज की भलाई से कोई लेना देना नहीं है. सिर्फ बेतुकी बातों से लाइमलाइट में बने रहना, यही उनका मुख्य एजेंडा हैं. पिछले कई वर्षों से अपने मानसिक रुग्ण होने का सबूत वे खुद देते आए हैं. कभी किसी खास जमात के लोगो को आतंकवादी घोषित कर देना, कभी चमकी बुखार जैसे गंभीर बीमारी को गरीबों की बीमारी बता देना, ऐसी कितने ही सबूत मीडिया के पास भी है. खुद मीडिया ने ही उन्हें उनके बेतुकी बातें के वजहों से बहुत बार ट्रोल किया है.
उन्होंने यह भी कहा कि वीआईपी पार्टी आज निषाद समाज की आवाज़ हैं. उनके हक और सम्मान के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं. बिहार में बोचहां विधानसभा सीट से वीआईपी पार्टी ही चुनाव लड़ेगी और जीतेगी भी. आने वाले उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भी 165 सीटों वीआईपी पार्टी पर पूरे दम खम के साथ अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी और आरक्षण भी लेकर रहेगी. देव ज्योति जहां तक बिहार के राजनीति की बात हैं, वीआईपी पार्टी और हम पार्टी के समर्थन से सरकार चल रही हैं यह बात " अजय निषाद जी को पता हैं या नहीं इस बात पर भी संदेह है, क्योंकि अजय निषाद जी का मानसिक स्वास्थ्य पूरी तरह से बिगड़ गया है, उनको मनोचिकित्सक की आवश्यकता हैं, उनका हाल " बिन पेंदी के लोटे जैसा हो गया है। आने वाले समय यानी 2024 में वीआईपी पार्टी के उम्मीदवार ही मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद बनेंगे, यह भी अभी से तय हैं.