PATNA:विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर गहरी शोक संवेदना शोक व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा का निधन न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की संगीत और लोक संस्कृति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
उनके निधन से लोकगायक़ी की दुनिया सूनी नजर आ रही है। उनकी मधुर आवाज़ और लोकगीतों ने न केवल मैथिली और भोजपुरी भाषा को एक नई पहचान दिलाई बल्कि महापर्व छठ को दुनिया में पहुंचाने में अहम योगदान दिया। बिहार की लोक संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाने में उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा।
VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि उन्होंने संगीत से हमारी संस्कृति, भाषा और बिहार को गौरव प्रदान किया। लोकगीत और लोकसंस्कृति के सरंक्षण और संवर्धन के लिये उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि लोकसंगीत की दुनिया मे अब कोई शारदा सिन्हा नहीं पैदा होगा। वे अद्वितीय रहेंगी।
मेरी पार्टी की संवेदनाएं उनके परिवार और उनके प्रशंसकों के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।मुकेश सहनी ने शारदा सिन्हा के परिवार के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं और भगवान से इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
इधर, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि बिहार कोकिला, पद्म श्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा का निधन बिहार के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि बाल्यकाल से उनके मधुर गीतों को सुनते हुए ही बड़ा हुआ और छठ महापर्व की तो कल्पना अथवा स्मरण मात्र में भी उनके गीत मानो बस चुके हैं । उनका जाना निश्चित ही संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
बता दें कि कुछ दिन पहले शारदा सिन्हा को बीमारी के चलते दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था. शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर निधन की जानकारी साझा की थी. पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे. मां को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया है. मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं. पद्म भूषण से सम्मानित 72 वर्षीय शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गीत गाने के लिए जानी जाती हैं.