गैंगस्टर विकास दुबे गिरफ्तार, महाकाल मंदिर में करने गया था पूजा

गैंगस्टर विकास दुबे गिरफ्तार, महाकाल मंदिर में करने गया था पूजा

BHOPAL: इस वक्त की बड़ी खबर मध्य प्रदेश के उज्जैन से आ रही है. यहां पर कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे को यहां से गिरफ्तार कर लिया गया है. यह कार्रवाई मध्य प्रदेश की पुलिस ने की है.

इसको भी पढ़ें: जिस विकास दुबे के नाम से कांपती है कानपुर पुलिस, उसे MP पुलिस के जवान ने मारा थप्पड़

गिरफ्तारी के बारे में बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के दौरान गैंगस्टर विकास दुबे महाकाल मंदिर में पूजा करने के लिए गया हुआ था. इस दौरान ही पुलिस ने यह कार्रवाई की है. विकास दुबे ने पूजा को लेकर बकायदा अपने नाम का पर्ची भी कटाया हुआ था. इस दौरान ही मंदिर के गार्ड ने विकास को पकड़ा. उसे बाद महाकाल पुलिस के हवाले उसको कर दिया गया. मध्यप्रदेश की पुलिस यूपी पुलिस के संपर्क कर रही है. 

आसानी से हुआ गिरफ्तार

बताया जा रहा है कि जिस समय विकास की गिरफ्तारी हुई उस समय उसके पास कोई सामान नहीं था. उसके पास कोई हथियार भी नहीं था.  इसमें सबसे बड़ी लापरवाही यूपी पुलिस की सामने आई है. आखिर कैसे वह उज्जैन पहुंच पाया है. 


विकास के दो गुर्गों को पुलिस ने मार गिराया

गैंगस्टर विकास दुबे तो फरार है, लेकिन उसके गुर्गों की सामत आ गई है. यूपी पुलिस ने विकास के सहयोगी प्रभात मिश्रा और रणवीर शुक्ला को मार गिराया है. दोनों पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश कर रहे थे.  घटना के बारे में बताया जा रहा है कि प्रभात को बुधवार को यूपी पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था. पुलिस कानपुर ला रही थी. इस दौरान ही उसने पुलिस की पिस्टल छिन ली और भागने लगा. इस दौरान वह पुलिस पर फायरिंग करने लगा. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने प्रभात को मार गिराया. इसके बारे में कानपुर जोन के एडीजी नेे कहा कि गाड़ी खराब होने का फायदा उठाकर प्रभात मिश्रा ने पिस्टल छीनकर पुलिस पर फायर करने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया. इस मुठभेड में हमारे STF के 2 जवान और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.  



इटावा में रणवीर को मार गिराया

विकास के दूसरे साथी रणवीर शुक्ला को भी पुलिस ने मार गिराया है. बताया जा रहा है कि देर रात वह महेवा हाइवे पर कार को लूट रहा था. इसके साथ में तीन और साथी थे. इस दौरान ही सिविल लाइन की पुलिस पहुंची और घेर लिया. पुलिस को देख रणवीर ने फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद पुलिस ने रणवीर को मार गिराया. जबकि उसके साथी भाग निकले. रणवीर 50 हजार रुपए का इनामी अपराधी था और वह विकास के लिए काम करता था. बता दें कि विकास दुबे के गांव  बिकरू पुलिस छापेमारी करने गई थी तो विकास ने अपने गुर्गों के साथ पुलिस टीम पर हमला कर दिया था. इस हमले में एक डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे. जिसके बाद से पुलिस विकास की तलाश में जुटी है वह फरार चल रहा था. 

ये भी पढ़ें: गिरफ्तारी से पहले गैंगस्टर ने मीडिया को बुलाया, पुलिस को देख चिल्लाकर बोला.. मैं हूं विकास दुबे