ब्रेकिंग न्यूज़

Life Style: शरीर की 3 बड़ी समस्या को दूर करने में सहायक है आम, जानकर आप भी चौंक जाएंगे Bihar News: बिहार में राजधानी एक्सप्रेस से मिली ऐसी कौन सी चीज? देखकर पुलिस और अधिकारी रह गए दंग Bihar News: बिहार में राजधानी एक्सप्रेस से मिली ऐसी कौन सी चीज? देखकर पुलिस और अधिकारी रह गए दंग Patna News: पटना में गंगा नदी में बड़ा हादसा, नहाने गए तीन दोस्तों की डूबने से मौत; दो शव बरामद Patna News: पटना में गंगा नदी में बड़ा हादसा, नहाने गए तीन दोस्तों की डूबने से मौत; दो शव बरामद बिहार में अपराधियों का तांडव जारी, ई-रिक्शा से ठोकर लगने के बाद दबंगों ने चालक को मारी गोली, NMCH में भर्ती Glowing skin : अगर आप दिखना चाहते हैं हमेशा के लिए जवान तो इन बुरी आदतों से तुरंत करें तौबा! Bihar Crime News: बंद कमरे में जाम छलकाना पड़ा भारी, शराब पार्टी करते पकड़े गए चार फॉरेस्टर समेत 9 लोग Bihar News: शराबबंदी वाले बिहार में शराब की लूट, सड़क पर गिरने लगी देसी दारू; लूटने की मच गई होड़ Bihar News: शराबबंदी वाले बिहार में शराब की लूट, सड़क पर गिरने लगी देसी दारू; लूटने की मच गई होड़

विधेयक में संशोधन का विपक्षी प्रस्ताव गिरा, 21 मतों से सत्तापक्ष जीता

1st Bihar Published by: Updated Wed, 28 Jul 2021 03:23:21 PM IST

विधेयक में संशोधन का विपक्षी प्रस्ताव गिरा, 21 मतों से सत्तापक्ष जीता

- फ़ोटो

PATNA : विधानसभा में सरकार की तरफ से पेश किए गए बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय विधेयक 2021 में संशोधन को लेकर विपक्ष का प्रस्ताव गिर गया है. विपक्ष ने इस विधेयक में इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति के तौर पर राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री शब्द के खिलाफ संशोधन का प्रस्ताव दिया था. विपक्ष की मांग थी कि मुख्यमंत्री की जगह राज्यपाल को ही कुलाधिपति रहने दिया जाए. विपक्ष ने अपने संशोधन प्रस्ताव पर ध्वनि मत से विभाजन स्वीकार नहीं किया और मत विभाजन की मांग की थी.


विपक्ष की मांग के बाद स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने सदन में वोटिंग की प्रक्रिया अपनाई. इस वोटिंग के दौरान संशोधन प्रस्ताव के पक्ष में कुल 89 वोट आए जबकि विपक्ष में 110 वोट.


सत्ता पक्ष के पास 21 वोटों की संख्या ज्यादा थी. लिहाजा विपक्ष का संशोधन प्रस्ताव गिर गया. विपक्ष के नेताओं को ऐसा लग रहा था कि सत्ता पक्ष के सदस्यों की संख्या कम है. लेकिन जब मत विभाजन हुआ.  तो विपक्षी सदस्यों की संख्या उनसे एक काफी कम पाई गई.  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कल ही आरजेडी विधानमंडल दल की बैठक में अपने विधायकों को सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया था. लेकिन इसके बावजूद उनके विधायकों की संख्या सदन में कम रही.  अगर विपक्षी विधायकों की संख्या पूरी होती तो सत्ता पक्ष की कम संख्या के कारण आज सरकार को फजीहत झेलनी पड़ सकती थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.