PATNA : एनडीए में विरोध की आवाज मुखर करने वाले मंत्री मुकेश सहनी अब अपने कुनबे को बचाने की जुगत में लगे हैं. मंत्री मुकेश सहनी ने पिछले दिनों एनडीए की बैठक का बहिष्कार किया था. लेकिन उनके इस फैसले पर जब पार्टी के विधायकों ने सवाल खड़े कर दिए तो सहनी की बेचैनी बढ़ गई. मंत्री मुकेश सहनी ने आज अपनी पार्टी के विधायकों से मुलाकात की है. सुबह नाश्ते की टेबल पर वीआईपी के दो विधायकों राज कुमार सिंह और मिश्री लाल यादव से सहनी ने बातचीत की.
सहनी ने अपने आवास पर इन दोनों विधायकों को बुलाया था. नाश्ते की टेबल पर सियासी चर्चा भी हुई. हालांकि मुलाकात के बाद वीआईपी के दोनों विधायकों की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई लेकिन मुकेश सहनी ने यह दावा जरूर किया है कि उनकी पार्टी एकजुट है विधायक पूरी तरह से पार्टी के साथ से बने हुए हैं.
इसके बाद मुकेश सहनी अपनी पार्टी के एक और विधायक मुसाफिर पासवान से मिलने अस्पताल जा पहुंचे. मुसाफिर पासवान की तबीयत से इन दिनों खराब है और उनका इलाज पटना के एक बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा है. मुकेश सैसहनी ने यहां पहुंचकर मुसाफिर पासवान का हालचाल जाना. कहीं ना कहीं व्यक्तिगत मुलाकात के साथ-साथ सहनी का मकसद सियासी नजरिए से भी अपने विधायक से मुलाकात करने का था. इसी अस्पताल में उन्होंने हीना शहाब का भी हालचाल लिया और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा से मुलाकात की.
हालांकि पार्टी की एक और विधायक स्वर्णा सिंह से सहनी की मुलाकात हो पाई है या नहीं,इसको लेकर अब तक जानकारी सामने नहीं आ पाई है. मुकेश सहनी लगातार कोशिश कर रहे हैं कि उनके सभी चार विधायक पार्टी के साथ से एकजुट रहें. उन्होंने मीडिया के सामने इसका दावा भी किया है लेकिन साहनी को यह डर सता रहा है कि बीजेपी उनके विधायकों के साथ कुछ गड़बड़ कर सकती है.
आपको बता दें कि आज दोपहर मुकेश सहनी ने बीजेपी के ऊपर अपनी भड़ास निकाली थी. सहनी ने कहा था कि अगर कोई साथी पर्दे के पीछे से साजिश रच रहे हैं. तो मैं उस पर्दे को जलाकर राख कर दूंगा. मुकेश सहनी ने चुनौती भरे लहजे में बीजेपी को चेतावनी दी थी.