PATNA: बिहार विधानसभा के फर्जी बहाली में पास अभ्यर्थियों की मुश्किल कम होने वाली नहीं है. पास अभ्यर्थियों से जल्द ही पुलिस पूछताछ करने वाली है. यही नहीं पुलिस उनका डॉक्यूमेंट भी जांच करने वाली है. फर्जीवाड़ा में अगर उनका सर्टिफिकेट फर्जी निकला तो वह जेल भी जा सकते हैं.
शातिरों की तलाश में पुलिस
विधानसभा के ग्रुप डी के बहाली के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले शातिरों की तलाश में पुलिस जुटी है. शातिरों ने 9 जून को 80 अभ्यर्थियों का फर्जी रिजल्ट विधानसभा के गेट पर चस्पा दिया था. इसके बारे में सचिवालय डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने कहा कि पुलिस कुछ अभ्यर्थियों से पूछताछ करने वाली है. इसको लेकर अभ्यर्थियों के बारे में पता लगाया जा रहा है.
9 जून को निकाला था फर्जी रिजल्ट
9 जून को बिहार विधानसभा में ग्रुप डी के पदों पर बहाली का आज फर्जी रिजल्ट निकाल दिया गया. सचिव के हस्ताक्षर वाले इस रिजल्ट को बिहार विधानसभा के गेट पर चिपका भी दिया गया. हैरत में पड़े बिहार विधानसभा ने फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. दरअसल दो साल पहले ही बिहार विधानसभा में 166 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया था. विधानसभा ने ड्राइवर, ऑफिस अटेन्डेंट, लाइब्रेरी अटेन्डेंट के पदों के लिए वेकेंसी निकली थी. बिहार विधानसभा में ऑफिस अटेन्डेंट के कुल 90पद, ऑफिस अटेन्डेंट वॉचमैन के लिए 09 पद, ऑफिस अटेन्डेंट स्वीपर के लिए 10 पद, ऑफिस अटेन्डेंट गार्डनर के लिए 20 पद, ऑफिस अटेन्डेंट फराश के लिए 06, लाइब्रेरी अटेन्डेंट के लिए 07, सीक्वेंस डिस्ट्रीब्यूटर के लिए 10 और ड्राइवर के लिए 14 पदों पर वेकेंसी निकली थी.