PATNA : जेडीयू से बगावत का सुर अलाप चुके उपेंद्र कुशवाहा आज बड़ा एलान कर सकते हैं। वो आज यह फैसला कर सकते हैं कि उन्हें सही मायने में अपनी वतर्मान स्थिति के साथ जेडीयू में रहना है या फिर वो अपने MLC पद से इस्तीफा देकर अब एक बार वो फ़िर से अपनी नई पार्टी बनाएंगे। इससे पहले कल यानी रविवार को उपेंद्र कुशवाहा ने अपने दो दिवसीय बैठक में यह तय कर दिया था कि वो आज यानि सोमवार को मीडिया के समक्ष अपनी बातों को रखेंगे।
दरअसल, जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आज से आर पार की लडाई छेड़ दिया है। राजद से जेडीयू के गठबंधन और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का दावेदार बनाने के नीतीश के एलान के खिलाफ उपेंद्र कुशवाहा ने राज्यभर के जेडीयू कार्यकर्ताओं को पटना बुलाया है। दो दिनों तक उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति फाइनल करेंगे।
बताया जा रहा है कि, इस बैठक के पहले दिन राज्यभर से करीब हजारों जेडीयू समर्पित कार्यकर्त्ता कुशवाहा के बैठक में आए थे। जिसके बाद अब ऐसा कहा जा रहा है कि, बैठक में पार्टी से जो भी नेता पहुंचे थे उनसे वो बात किया और अब उनके ही राय-सलाह लेंगे इसके बाद मीडिया से बात करेंगे। इसके बाद अब सिन्हा लाइब्रेरी में बैठक आदि के बाद उपेंद्र कुशवाहा दो बजे पटना के मौर्या होटल में प्रेस और मीडिया के साथियों को संबोधित करेंगे।
वैसे कुशवाहा की इस दो दिवसीय बैठक से एक प्रस्ताव पारित होना तय है। बिहार और खास कर लव-कुश को तेजस्वी यादव का नेतृत्व मंजूर नहीं। कुशवाहा खुल कर कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव उसी जंगलराज को लौटायेंगे जिसे खत्म करने के लिए कभी समता पार्टी औऱ बाद में जेडीयू का गठन हुआ था। ऐसे में जेडीयू के कार्यकर्ता किसी सूरत में तेजस्वी का नेतृत्व स्वीकार नहीं करेंगे। कुशवाहा अपने बयानों में ये बात कहते रहे हैं, बैठक में ये बकायदा प्रस्ताव पारित किया जायेगा।
इधर, दूसरी ओर इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले सियासी गलियारे में हलचल तेज है। हालांकि जब से कुशवाहा ने बगावती तेवर दिखाए हैं जेडीयू में घमासान मचा है। अब आज इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में काफी कुछ तय होने की चर्चा है। देखने वाली बात होगी कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश का साथ रहता है या छूट सकता है। इसके पहले रविवार को हुई बैठक में जेडीयू के कई नेता कुशवाहा का साथ देते दिखे तो वहीं साफ यह बात भी सामने आई कि वो तेजस्वी यादव के आगे नेतृत्व से खुश नहीं हैं।