यूपी वाले बनेंगे राज्यकर्मी और बिहारी बनेंगे राजमिस्त्री: तेजस्वी की वादाखिलाफी पर युवाओं का आक्रोश फूटा, ट्रेंड कर रहा #DomicileForBihari

यूपी वाले बनेंगे राज्यकर्मी और बिहारी बनेंगे राजमिस्त्री: तेजस्वी की वादाखिलाफी पर युवाओं का आक्रोश फूटा, ट्रेंड कर रहा #DomicileForBihari

PATNA: सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर बिहार के युवाओं का आक्रोश फूट पड़ा है.  वहां #DomicileForBihari ट्रेंड कर रहा है. बिहार के युवाओं का आरोप है कि तेजस्वी यादव ने बेरोजगारों के साथ बड़ा धोखा कर दिया है. सत्ता में आने से पहले बिहारियों को नौकरी देने का ताबड़तोड़ एलान कर रहे थे, लेकिन सत्ता में आये तो नौकरी यूपी और झारखंड वाले ले गये. सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर लिखा जा रहा है- यूपी वाले बनेंगे राज्यकर्मी और बिहारी बनेंगे राजमिस्त्री. 


युवाओं का आक्रोश 

दरअसल नीतीश कुमार की सरकार ने इसी महीने बीपीएससी के जरिये 1 लाख 22 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की है. इसके बाद सबसे ज्यादा दावे तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी ने किया. तेजस्वी यादव ने दावा किया कि उनकी सरकार ने बिहार के बेरोजगारों को नौकरी देने का रिकार्ड बना दिया. लेकिन जब शिक्षक नियुक्ति की हकीकत सामने आयी तो युवाओं का आक्रोश भड़क उठा है.


दरअसल शिक्षक नियुक्ति में बड़े पैमाने पर बिहार से बाहर के लोगों को नौकरी मिली है. क्लास 1 से 5 तक के लिए हुई शिक्षक नियुक्ति में भारी तादाद में यूपी और झारखंड जैसे राज्यों के अभ्यर्थी चुने गये हैं. वहीं, शिक्षकों की नियुक्ति में 30 परसेंट से ज्यादा नियोजित शिक्षक चुने गये हैं. यानि बिहार के बेरोजगारों के हाथ 50 हजार नौकरी भी नहीं आयी. बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने नियुक्ति प्रक्रिया के बीच में देश भर के अभ्यर्थियों को आवेदन करने की छूट दे दी. इसका नतीजा ये हुआ कि बिहार के युवाओं के हाथ से नौकरी निकल गयी.


तेजस्वी ने धोखा दिया

सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर युवाओं की सबसे ज्यादा नाराजगी तेजस्वी यादव और राजद से है. दरअसल राजद ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में ये कहा था कि जब वह सरकार में आयेगी तो बिहार के सरकारी नौकरियों में 85 प्रतिशत पद इसी राज्य के लोगों के लिए आरक्षित कर दी जायेगी. बिहार विधानसभा से लेकर जनसभाओं में तेजस्वी यादव के भाषण सामने आ रहे हैं, जिसमें वे बिहारी युवाओं के लिए 85 प्रतिशत सीट रिजर्व करने का एलान कर रहे थे. युवाओं का आरोप है कि सत्ता में आते ही तेजस्वी यादव ने पलटी मार ली.