यूपी हिंसा मामले पर VIP कार्यकर्ताओं ने निकाला मार्च, योगी सरकार से उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग

यूपी हिंसा मामले पर VIP कार्यकर्ताओं ने निकाला मार्च, योगी सरकार से उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग

DESK: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने उत्तर प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष चौधरी लौटनराम निषाद के काफिले पर हुए हमले की निंदा की। वीआईपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से उपद्रवियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। 


गौरतलब है कि उपद्रवियों द्वारा 14 सितम्बर को शाम 4.30 बजे महराजगंज थानांतर्गत लमहन पटवा गांव में हमला किया गया था। वीआईपी पार्टी की गाड़ियों पर पत्थरबाजी की गई थी। आग लगाकर जलाने का प्रयास भी किया गया था। इस दौरान वीआईपी प्रदेश सचिव मनोज यादव व गनेशराज मंडल की सूचना पर डायल यूपी 112 की पुलिस मौके पर पहुंची जिससे बड़ा हादसा होते होते बच गया। 


वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने बताया कि इस तरह की हिंसा कतई बर्दाश्‍त नहीं की जाएगी। इस मामले में योगी सरकार अविलंब हस्‍तक्षेप करे। स्‍वयं यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ हिंसा में शामिल उपद्रवियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने की पहल करें। साथ ही यह भी देखें कि वीआइपी पार्टी के किसी भी नेता या कार्यकर्ता के साथ इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो।


 निषाद पार्टी की मंशा जग जाहिर हो चुकी है यह पूरी की पूरी गुंडों और असामाजिक तत्वों की पार्टी है। उन्होंने आशंका जतायी कि 17 सितंबर को प्रयागराज में होने वाले चुनावी कार्यक्रम से पहले निषाद पार्टी के द्वारा कोई बड़ी साजिश की जा रही हैं।


वीआईपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सह बिहार सरकार के पशुपालन एवं मत्‍स्‍य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी की जान को खतरा पहुंचाने की धमकी देने वाले गुंडे किसी पार्टी या समुदाय के नेता नहीं हो सकते। ऐसे लोग केंद्र और राज्‍य सरकार को बदनाम करने के लिए जुड़ते हैं। 


योगी आदित्‍यनाथ, संजय निषाद जैसे लोगों की पहचान कर उन्‍हें काल कोठरी में पहुंचाने का काम करें, ताकि प्रदेश और समाज के बीच न्‍याय का डंका बज सके। ज्‍योति ने कहा कि मुकेश सहनी की प्रसिद्धि से खुुद को कथित तौर पर  निषादों का नेता कहने वाले लोग डर रहे हैं। वे जानते हैं कि अब तक उन्‍होंने निषादों को छला है और मुकेश सहनी निषादों के लिए काम कर रहे हैं इसलिए उनकी जीत सुनिश्चित है।