PATNA : बिहार में बीजेपी के साथ एनडीए गठबंधन में होने के बावजूद जनता दल यूनाइटेड बिहार से बाहर अन्य राज्यों में अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है. पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने के लिए जेडीयू ने पहले ही रणनीति तैयार कर रखी है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी इस वक्त बंगाल के दौरे पर हैं और वह लगातार वहां पार्टी नेताओं के साथ बैठक और पब्लिक मीटिंग कर रहे हैं.
पिछली बार जमानत हो गई थी जब्त
पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं और बंगाल को लेकर देश की सियासत गर्म है, लेकिन जनता दल यूनाइटेड ने एक कदम आगे बढ़ते हुए अब यूपी चुनाव में भी उतरने का फैसला कर लिया है. जेडीयू उत्तर प्रदेश में बीजेपी से अलग अकेले अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरेगी. नीतीश कुमार अपने बूते उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को चुनौती देंगे, हालांकि यह पहली बार नहीं होगा. इसके पहले साल 2017 में जब उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव हुए थे तब भी जेडीयू ने वहां अपने बूते किस्मत आजमाई थी. तब पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव और मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को यूपी चुनाव की जिम्मेदारी दी गई थी. उत्तर प्रदेश में आरसीपी सिंह को जेडीयू कार्यकर्ताओं ने सीएम के चेहरे के तौर पर प्रोजेक्ट भी किया. आरसीपी सिंह उत्तर प्रदेश में आईएएस अधिकारी रहते काम कर चुके हैं. लिहाजा अब नीतीश कुमार ने उन पर भरोसा जताया था, लेकिन चुनाव नतीजे सामने आने के बाद जेडीयू के हाथ केवल निराशा लगी थी. पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में खाता भी नहीं खोल पाई ज्यादातर जगहों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई.
केसी त्यागी को कमान
इस सबके बावजूद 5 साल बाद यानी साल 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू उन्हें अभी से तैयारी शुरू कर दी है. इस बार आरसीपी सिंह की बजाय उत्तर प्रदेश की कमान प्रधान महासचिव केसी त्यागी के कंधों पर दी गई है. त्यागी उत्तर प्रदेश से आते हैं और इसीलिए उन्हें यूपी विधानसभा चुनाव की जवाबदेही दी गई है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई चर्चा के बाद केसी त्यागी लखनऊ का दौरा भी कर चुके हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश में जेडीयू की इकाई के साथ बैठक भी की है. त्यागी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हम अभी से तैयारियों में जुड़ना चाहते हैं तभी हम ने चुनाव लड़ा था और हमारा मानना है कि जेडीयू अपने विस्तार के लिए बिहार के बाहर कहीं भी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहता है. त्यागी ने कहा कि बिहार में एनडीए गठबंधन मजबूत है. बीजेपी के साथ हम सरकार चला रहे हैं और इसे यूपी विधानसभा चुनाव पश्चिम बंगाल से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए अभी कहां है कि हम अपने संगठन और पार्टी का विस्तार चाहते हैं. लिहाजा बिहार से बाहर भी अन्य राज्यों में लगातार अपनी ताकत के मुताबिक उम्मीदवार उतारेंगे.