उफ्फ ये बेकरारी! शादी के लिए फिक्स डेट से पहले दुल्हन लेने पहुंचा दूल्हा, अब हो गया यह काम

उफ्फ ये बेकरारी! शादी के लिए फिक्स डेट से पहले दुल्हन लेने पहुंचा दूल्हा, अब हो गया यह काम

NAWADA : जब एक परिवार वाले लड़के और लड़की की शादी करते हैं तो उसके पहले कई तरह रस्मो-रिवाज से गुजरना होता है। उसके बाद शादी की तारीख तय होती है और फिर तय तारीख पर  दूल्हा बारात लेकर जाता है और शादी के सभी रीति रिवाज को पूरा करने के बाद दुल्हन को विदा कर कर अपने घर लाता है। लेकिन, बिहार में कुछ भी हो सकता है यहां मामला हमेशा अनोखा ही होता है। 


ऐसे में अब एक अनोखा मामला नवादा से निकल कर सामने आया है। यहां दूल्हा शादी के लिए निर्धारित तारीख से 2 महीने पहले ही अपने ससुराल पहुंच गया और  दुल्हन को अपने साथ ले जाने की जिद पर अड़ गया। जिसके बाद युवक को लड़की के परिजनों ने पुलिस के हवाले कर दिया। यह मामला में मसकौर थाना क्षेत्र के नीमचक गांव का है।


दसअसल, मसकौर थाना इलाके के कोपीन गांव निवासी रामचंद्र महतो के पुत्र त्रिपुरारी कुमार और नीमचक गांव के सुखदेव महतो की पुत्री सुमन कुमारी की शादी तय की गयी थी। परिजनों ने दो महीने बात की तारीख निकाली थी। लेकिन गुरुवार को लड़का अपनी होने वाली दुल्हन के गांव नीमचक पहुंचा गया।  ससुराल पहुंचकर वह अपने होने वाली दुल्हन को ले जाने के लिए जिद करने लगा। इस पर बवाल मच गया। आस पास के लोग जुट गए और काफी हंगामा हुआ। 


वहीं, मामला बढ़ता देख लड़की के परिवार वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। जानकारी मिलने पर पुलिस गांव पहुंची और  लड़का-लड़की दोनों को थाने लेकर चली गई। जांच में पता चला कि दोनों बालिग हैं और शादी करने के लिए बेताब हैं। उससे बाद पुलिस ने लड़का-लड़की दोनों के परिवार वालों को भी थाने बुलाया। दोनों के परिवार के बीच आपस में समझौता कराया गया। इसके बाद पुलिस ने थाना के पीछे मंदिर में दोनों का विवाह करवा दिया। थाना से ही उनकी विदाई करा दी गई। अब इस शादी की इलाके में खूब चर्चा हो रही है।  


उधर, इस मामले में मेसकौर थाना प्रभारी रूपेश कुमार ने कहा कि लड़का और लड़की दोनों बालिग हैं और शादी करने पर अड़े थे। कानून उन्हें नहीं रोका जा सकता। परिवार वालों को बुलाया गया और उनकी मर्जी से थाना के पास एक शिव मंदिर में ले जाकर दोनों की शादी कराई गई है।