DESK: बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने आज नाथनगर स्थित “बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान” का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संस्थान परिसर, सभी संकायों, नवीन छात्रावास, और टेस्टिंग व कैड लैब का निरीक्षण किया। संस्थान के निरीक्षण के बाद उन्होंने ने कहा कि “बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान” को जल्द नया जीवन मिलेगा और संस्थान के दिन निखरेंगे। यहां जल्द सिल्क टेक्नोलॉजी में बी.टेक. कोर्स की पढ़ाई शुरु होगी ताकि छात्रों को एक बढ़िया करियर ऑप्शन मिलने के साथ इलाके की प्रसिद्ध रेशम और सिल्क उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
“बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान” के निरीक्षण के दौरान उद्योगमंत्री ने संस्थान के कर्मियों से भी बात की और उनकी राय ली। उद्योग मंत्री ने मौके पर मौजूद बिहार राज्य खादी के सीईओ अशोक कुमार सिन्हा को निर्देश दिया कि उनके मार्गदर्शन में संस्थान को लेकर एक बेहतर कार्य योजना बने और यहां जो भी कमियां हैं उसे दूर किया जाए। उद्योग मंत्री ने निर्देश दिया कि भागलपुर जिला उद्योग महाप्रबंधक और भागलपुर जिलाधिकारी से मिलकर संस्थान की सभी कमियों को, दिक्कतों को दूर करने के लिए बिना देर किए प्रयास शुरु होने चाहिए।
बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने संस्थान के कर्मियों से बातचीत के दौरान उन्हें भरोसा दिया कि AICTE (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्) से मान्यता दिलाने के लिए जल्द सभी तकनीकी बाधाओं को दूर कर जरुरी तैयारियां की जाएगी और यहां बी.टेक. की पढ़ाई शुरु कराई जाएगी।
गौतलब है कि भागलपुर के नाथनगर स्थित “बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान” लगभग 10 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां 1994 तक बी.टेक. कोर्स की पढ़ाई होती थी। बाद में बी.टेक. कोर्स की जगह डिप्लोमा की पढ़ाई होने लगी। 2005 में दो वर्षीय वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई शुरु हुई लेकिन कर्मियों के अभाव में इस वर्ष से यह भी बंद हो गया है। इस संस्थान में फिलहाल 08 कर्मी ही हैं। 71 सृजित पद में से 62 पद रिक्त हैं।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में अब बड़े-बड़े उद्योग लग रहे हैं लेकिन उन्हें छोटे कारोबारियों, गरीब बुनकरों की भी फिक्र है। वो चाहते हैं कि बिहार में हर तरह के उद्योग लगे और लोगों के लिए रोजगार के बहुत से ऑप्शन तैयार हों। नाथनगर के बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान के निरीक्षण के बाद शाहनवाज हुसैन मुंगेर भी गये जहां उन्होंने बियाडा की भूमि पर अवस्थित गन फैक्ट्री का भी निरीक्षण किया।