SUPAUL : एक झटके में किसी की जान ले लेना है कितना आसान हो गया है इसका अंदाजा लगाना हो तो सुपौल की इस घटना को देखिए। सुपौल के त्रिवेणीगंज में एक किराना दुकानदार की हत्या केवल इस वजह से कर दी गई क्योंकि उसने उधार में 20 रुपये का गुटखा नहीं दिया। मंगलवार की सुबह त्रिवेणीगंज में 25 साल के मिथिलेश कुमार की हत्या बाइक सवार अपराधियों ने उधार नहीं देने के विवाद में कर दी थी। मिथिलेश को उसके दरवाजे पर ही गोली मारी गई और उसके बाद अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मिथलेश की मौत के बाद जब पुलिस उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगी तब गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस के कब्जे से मिथिलेश का शव छीन लिया। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने त्रिवेणीगंज जदिया मार्ग को जाम कर दिया। त्रिवेणीगंज मुख्य बाजार स्थित स्टेट बैंक के ठीक सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। बाजार में दिनभर चले उत्पात के बीच पुलिस मूक दर्शक बनी रही लेकिन अब इस मामले में पुलिस ने लगभग सवा सौ लोगों के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में 24 लोगों को नामजद और एक सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने कहा है कि थाना कांड संख्या 43/21 में 24 लोगों को नामजद किया गया है और लगभग एक सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है।
अपराधियों ने मिथलेश की हत्या केवल इसलिए कर दी क्योंकि उसके पिता ने गुटका उधार देने से मना कर दिया था। एक दिन पहले हत्यारे अपराधी अजीत का मिथिलेश के पिता के साथ विवाद हुआ था। अजीत दुकान पर पहुंचा था और गुटका उधार मांगा। मिथलेश के पिता ने उधार में गुटखा नहीं दिया और इसके बाद विवाद शुरू हुआ। मंगलवार की सुबह अजीत अपने अन्य दो साथियों के साथ उस दुकान पर पहुंचा पिता तो दुकान पर मौजूद नहीं था लेकिन बेटे को अपराधी ने निशाना बना दिया। इस मामले में पुलिस अब तक अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है लेकिन बवाल करने वाले लोगों के खिलाफ केस जरूर दर्ज कर लिया है।