PATNA : भारत में ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक बुरी खबर है. दरअसल मोदी सरकार ट्रेन का किराया बढ़ाने जा रही है. मोदी सरकार ने लगभग इसकी पूरी तैयारी कर ली है. रेल यात्रियों को एक बड़ा झटका लगने वाला है. जिस तरीके से एयरपोर्ट पर उपयोग शुल्क लिया जाता है, ठीक उसी तरह अब रेलवे स्टेशन के स्टेशन के लिए भी यूजर चार्ज लगने वाला है. यानी कि ट्रेन से सफर करने वाले सभी यात्रियों से मोदी सरकार अब उपयोग शुल्क वसूलने की पूरी तैयारी में है. आइये जानते हैं कि आखिरकार सरकार के इस प्लान से आम यात्री के जेब पर कितना खर्च बढ़ने जा रहा है.
भारतीय रेल मंत्रालय ने कहा है कि यात्रियों से उपयोग शुल्क लिया जाएगा. यह एक छोटी राशि है जिसका इस्तेमाल रेलवे स्टेशनों पर सभी यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने में किया जाता है. सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत विकसित किये जाने वाले रेलवे स्टेशनों के साथ ही 10 से 15 प्रतिशत ऐसे रेलवे स्टेशनों पर भी यात्रियों को उपयोग शुल्क देना होगा, जिनका पुनर्विकास नहीं किया जा रहा है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में 7 हजार रेलवे स्टेशन हैं. इस फैसले के कारण 10 से 15 प्रतिशत स्टेशनों पर उपयोग शुल्क लगाया जायेगा. इस प्रकार देश में सात सौ से एक हजार स्टेशनों पर यात्रियों को यह नया शुल्क देना होगा. रेलवे जल्द ही इसके लिए अधिसूचना जारी करेगा.
विनोद कुमार यादव ने आगे बताया कि रेलवे स्टेशनों के विकास और वहां यात्रियों को अच्छी सुविधा देने के लिए उपयोग शुल्क लगाना जरूरी है. हालांकि उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि यह शुल्क बेहद कम होगा और इससे आम लोगों पर बोझ नहीं पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ रेलवे ने 12 क्लस्टरों में 109 मार्गों पर अत्याधुनिक प्रीमियम ट्रेनें चलाने का फैसला किया है तो दूसरी तरफ वह आम लोगों के लिए भी ट्रेनों की संख्या बढ़ाएगी. यह सुनिश्चित किया जायेगा कि रेलवे के विकास का लाभ आम लोगों को भी मिले.
मोदी सरकार के इस फैसले से रेल यात्रियों को अब दस रुपये से लेकर 35 रुपये तक अतिरिक्त किराये का भुगतान करना पड़ सकता है. सूत्रों ने बताया कि यह प्रस्ताव का हिस्सा है जिसे रेलवे अंतिम रूप दे रहा है जिसे मंजूरी के लिए जल्द ही कैबिनेट के पास भेजा जाएगा. किराये में बढ़ोतरी का फैसला स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए किया जा सकता है. उपयोग शुल्क श्रेणी के मुताबिक अलग-अलग होगा और यह दस रुपये से लेकर एसी प्रथम श्रेणी के यात्रियों के लिए 35 रुपये तक हो सकता है. रेलवे ने पहले स्पष्ट किया था कि उपयोग शुल्क केवल उन स्टेशनों के लिए लिया जाएगा जिनका पुनर्विकास किया जा रहा है और जहां यात्रियों की संख्या अधिक होती है.