MAHARASTRA: देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार महाराष्ट्र मुख्यमंत्री बने हैं। मुंबई के आजाद मैदान में उन्होंने नए मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली। वही एकनाथ शिंदे और अजित पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमत्री चंद्रबाबू नायडू सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में मुंबई के सभी बड़े उद्योगपति, बॉलीवुड स्टार, क्रिकेटर, कई राज्यों के सीएम, केंद्रीय मंत्री सहित कई वीवीआईपी शामिल हुए। आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, सलमान खान, शाहरुख खान, संजय दत्त, सचिन तेंदुलकर, उत्तर प्रदेश से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित कई गणमान्य मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने से पहले देवेंद्र फडणवीस ने मुंबा देवी मंदिर में पूजा अर्चना की। इससे पहले सिद्धिविनायक मंदिर भी पहुंचे थे जहां उन्होंने गणपति बप्पा के दर्शन किये।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने पर श्री देवेंद्र फडणवीस जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं आपके नेतृत्व में महाराष्ट्र के विकास कार्यों को गति मिलेगी।
महाराष्ट्र में देवेन्द्र फड़नवीस के नेतृत्व में शपथ लेने वाली महायुती की नई सरकार को शुभकामनाएं देते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि देवेंद्र जी के नेतृत्व में महाराष्ट्र की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत होने जा रही है । इस सरकार को जहाँ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन का लाभ मिलेगा वहीं देवेंद्र जी के साथ शिंदे जी और अजीत पवार जी के अनुभव से उचित दिशा मिलेगी । इनकी तिकड़ी महाराष्ट्र को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने में तो सफल होगी ही साथ ही शिवाजी महाराज के सपनों को भी साकार करेगी ।
विजय सिन्हा ने आगे कहा कि महायुती को मिले जनादेश ने साफ कर दिया था कि सत्ता के बजाए समन्वय की NDA की राजनीति के प्रति जनता में कितना विश्वास है । इसलिए महाराष्ट्र के साथ यूपी, असम और बिहार के उपचुनावों में भी लोगों ने वोट की चोट से परिवारवादी सत्ता सामंतों को परास्त किया ।
विजय सिन्हा ने कहा कि वास्तव में NDA दलों का नहीं दिलों का गठबंधन है । इन दिलों को जोड़ने वाले शिल्पी हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री हैं । उनके मार्गदर्शन में देशभर की NDA सरकारें क्षेत्रवाद की जगह राष्ट्रवाद और तुष्टिकरण की जगह सन्तुष्टिकरण की सोच के साथ काम कर रही हैं । इससे परिवारवादी सोच और विभाजनकारी विचारधारा की राजनीति करने वाले धीरे-धीरे अप्रासंगिक होते जा रहे हैं । निश्चित रूप से 2025 के विधानसभा चुनाव में बिहार में भी NDA के पक्ष में महाराष्ट्र जैसे नतीजों की पुनरावृत्ति होगी।