PATNA : बिहार में स्वास्थ्य सेवा में काम करने वाले डॉक्टरों और नर्सों को बिहार के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ मंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ी खुशखबरी दी है। तेजस्वी यादव ने राज्य में अलग - अलग जिलों में कार्य कर रहे है स्वास्थ कर्मियों को राहत दी है। स्वास्थ मंत्री ने अब इनलोगों की होम पोस्टिंग को लेकर बड़ा फैसला किया है।
दरअसल, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थकर्मियों को खुशखबरी देते हुए कहा कि, स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों और नर्सों को उनके होम डिस्ट्रिक्ट में पोस्टिंग करने की तैयारी कर रहा है। साथ ही नर्सों के एएनएम का स्टेट कैडर भी बनाया जा रहा है। इस कैडर के तैयार होने से एएनएम का अलग कैडर हो जायेगा। साथ ही उनको गृह जिला में पदस्थापित भी किया जायेगा।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, राज्य में स्वास्थ्य सेवा को सशक्त बनाने के लिए सभी प्रकार के एक लाख 60 हजार चिकित्सकों, नर्सों और पारा मेडिकल स्टॉफ की नियुक्ति की जायेगी। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने फाइलेरिया की सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि गृह जिले में पदस्थापित चिकित्सक व नर्स पूरी तरह से बिहारी सम्मान के लिए काम करेंगे, तो मरीजों को अधिक- से- अधिक लाभ होग। अब विभाग द्वारा पब्लिक हेल्थ कैडर तैयार किया जा रहा है। इससे मानव बल का मानकों के अनुसार पदस्थापन करने में सुविधा होगी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि, महिला चिकित्सकों के लिए अस्पतालों में अलग से शौचालय का निर्माण होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि सरकार हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने जा रही है।इसके साथ ही मिशन 60 दिन को आगे बढ़ाते हुए पुराने अस्पताल भवनों को तोड़ कर नया बनाया जायेगा और आवश्यकता होगी, तो उन भवनों का जीर्णोद्धार भी किया जायेगा।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा मनोबल को बढ़ाने के लिए जूनियर डॉक्टरों की छात्रवृत्ति में इजाफा किया गया है। आयुष चिकित्सकों का वेतनमान विसंगति को दूर करते हुए 65 हजार और विशेषज्ञ चिकित्सकों का वेतनमान 85 हजार किया गया है।