तेजस्वी से नहीं संभल रहा स्वास्थ्य विभाग ! करोड़ों की लागत से बने JNKT मेडिकल कॉलेज में बिजली हुई गुल, मरीजों और परिजनों में त्राहिमाम

तेजस्वी से नहीं संभल रहा स्वास्थ्य विभाग !  करोड़ों की लागत से बने JNKT मेडिकल कॉलेज में बिजली हुई गुल, मरीजों और परिजनों में त्राहिमाम

MADHEPURA : बिहार में पिछले साल अगस्त महीने में महागठबंधन की सरकार बनी थी। इस सरकार के गठन के साथ ही तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी अपने कंधो पर ले ली और इसमें सुधार को लेकर वो लगातार कोई न कोई नई पहल करते रहते हैं। तेजस्वी कुछ दिनों पहले ही सदर अस्पताल में सुधार को लेकर मिशन - 60 लांच किया था। लेकिन, इसके बाबजूद इस विभाग में आशानुसार सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला मधेपुरा से निकल कर सामने आया है। जहां बीती रात से ही जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की बिजली गायब है, जिससे मरीजों के इलाज में भी समस्या आ रही है। 


मिली जानकारी के अनुसार,  मधेपुरा में सोमवार की रात से  जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में विद्युत सेवा बिल्कुल ठप्प हो गयी। इस दौरान अस्पताल के इमरजेन्सी, आईसीयू, एनआईसीयू, महिला सहित सभी विभागों में त्राहिमाम मचा है। पूरा का पूरा अस्पताल परिसर अंधेरे के आगोश में समा गया। अंधेरे और भीषण गर्मी के बीच परिजन मरीज की जिंदगी को बचाने के लिए बाहर निजी अस्पताल की ओर रुख कर रहे हैं। 


वहीं,मेडिकल कॉलेज परिसर और अस्पताल अंधेरे में डूबा रहा वही इस दौरान आने वाले मरीजों का ईलाज भी मौजूद चिकित्सक मोबाईल टॉर्च की रोशनी में करते नजर आये। यही नहीं यहाँ कार्यरत कर्मी भी गर्मी के कारण अपने अपने वार्डों से बाहर निकल गये। इस दौरान मरीजों के परिजन अस्पताल के जब कंट्रोल रूम में शिकायत करने पहुँचे तो वो भी खाली मिला। दबी जुबान से यहाँ के कुछ अधिकारियों ने बताया कि लापरवाही का आलम यह रहा कि पिछले तीन दिन से यहां का विद्युत सेवा खराब था। अस्पताल प्रबंधन द्वारा तीन दिनों से जनरेटर से काम चलाया जा रहा था लेकिन इसे दुरुस्त करने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई। नतीजा ये हुआ कि आज शाम सभी जनरेटर भी खराब हो गया।


बताया जा रहा है कि,आज मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा बाहर से जनरेटर भी मंगवाया गया है लेकिन वह भी शुरू नहीं हो पाया। भीषण गर्मी से परेशान मरीज के परिजन मोबाइल की रोशनी में हाथों से पंखा झेलते नजर आये जबकि पूरा परिसर अंधेरे में डूबा रहा। वही सबसे बड़ी चिंता इस बात की रही कि जो मरीज ऑक्सीजन पर हैं, उसका क्या होगा। हालांकि विद्युत विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि मेडिकल कॉलेज के मीटर तक उनका विद्युत सेवा बहाल है। मेडिकल कॉलेज के इंटरनली फॉल्ट के कारण परिसर का विद्युत सेवा ठप हुआ है।


इधर, इस संबंध में अस्पताल की अधीक्षक डॉ मालती कुमारी ने बताया कि लगातार तकनीशियन को लगवा कर काम करवाया जा रहा है। मौके पर एसडीएम धीरज सिन्हा, ओएसडी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद हैं जिनके देखरेख में लगातार काम किया जा रहा है। खबर लिखे जाने तक मेडिकल कॉलेज परिसर अंधेरे में डूबा हुआ है मरीज हलकान हैं। वही परिजन मरीजों को लेकर बाहर निजी अस्पताल की ओर रुख कर रहे हैं। इस तरह की लापरवाही कहीं न कहीं स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है।