PATNA: तीन महीने तक गायब रहने के बाद पटना लौटे तेजस्वी यादव को सबसे पहले अपने आधार वोट यानि यादवों की फिक्र हुई. तेजस्वी स्टेशन के पास दूध मंडी को प्रशासन द्वारा तोड़े जाने के खिलाफ धरने पर बैठ गये हैं. सरकारी जमीन पर चलायी जा रही इस दूध मंडी को आज प्रशासन ने तोड़ दिया था.
सबसे पहले यादव वोट बैंक की फिक्र
दरअसल पटना हाईकोर्ट ने पटना शहर में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने का सख्त निर्देश दिया है. इसके बाद नगर निगम एक्शन में है. नगर निगम के दस्ते ने आज पटना स्टेशन के पास सरकारी जमीन पर चलाये जा रहे दूध मंडी को ध्वस्त कर दिया. तेजस्वी यादव को सबसे पहले इसकी ही फिक्र हुई. कल पटना पहुंचे तेजस्वी यादव आज शाम सीधे दूध मंडी पहुंचे और वहां प्रदर्शन करते हुए धरना पर बैठ गये. तेजस्वी के दूध मंडी पहुंचते ही उनके समर्थकों में उबाल आ गया. दूध मंडी में अभी भी हंगामा जारी है.
दरकते वोट बैंक को बचाने की कवायद
दरअसल लालू प्रसाद यादव के कुनबे के सामने सबसे बडी चुनौती अपने दरकते आधार वोटरों को बचाने की है. पिछले तीन महीने से लालू फैमिली में चल रहे ड्रामे का सबसे ज्यादा असर यादव वोटरों पर हुआ है. तेजस्वी से लेकर तेजप्रताप के रवैये से यादव वोटरों का बड़े पैमाने पर मोहभंग होने की खबरें आती रही हैं. ऐसे में तेजस्वी अपने आधार वोट को बचाने की कवायद में लग गये हैं. हाईकोर्ट के आदेश पर पूरे पटना में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है. लेकिन तेजस्वी सिर्फ दूध मंडी पहुंचे. दरअसल वहां कारोबार करने वाले सभी लोग उसी वर्ग से आते हैं जो राजद का आधार वोट है. लिहाजा तेजस्वी को उनकी याद ही सबसे पहले आयी.
पटना से गणेश सम्राट की रिपोर्ट