ब्रेकिंग न्यूज़

Amul Milk Price Hike: आज से दूध हुआ महंगा, अमूल ने बढ़ाई कीमत,जानें..... Rules Change : आज से देश के अंदर हो रहे कई बड़े बदलाव, आपके जेब पर भारी पड़ेंगे ये बदलाव; पढ़िए यह खबर Caste census: तो क्या डिजिटल जनगणना करवाएगी मोदी सरकार, डेडलाइन फाइनल BIHAR TEACHER NEWS: सरकारी स्कूलों के हेडमास्टर और प्रिंसिपल साहब को लगा झटका,अब नहीं कर सकेंगे यह काम ; ACS ने जारी किया आदेश Bihar weather: बिहार में 2 मई तक भीषण आंधी-पानी का दिखेगा प्रकोप, IMD ने जारी किया अलर्ट 'कल्याण ज्वेलर्स' के नाम पर फर्जी सोने-चांदी की दुकान चलाने वाले पर चला प्रशासन का डंडा, बांड भरवाकर दुकानदार से बैनर हटवाया Bihar News: अवैध मेडिकल दुकानों और क्लिनिक संचालकों के खिलाफ प्रशासन का बड़ा अभियान, कई लोग हिरासत में बिहार का 'पुष्पा' निकला संजीव मुखिया, पत्नी को MP और MLA बनाने के लिए किया पेपर लीक Bihar Crime News: भीड़ ने पीट-पीटकर ले ली युवक की जान, एक ग़लतफ़हमी और हो गया बड़ा कांड राज्यसभा के उप सभापति से मिले अजय सिंह, महुली खवासपुर-पीपा पुल के पक्कीकरण की मांग

खबर का असर : पूर्व CM के घर तेजस्वी आज मदद भिजवाएंगे, सरकार ने कहा-परिवार को मिल चुका है राशन

1st Bihar Published by: Updated Thu, 04 Jun 2020 09:19:40 AM IST

खबर का असर : पूर्व CM के घर तेजस्वी आज मदद भिजवाएंगे, सरकार ने कहा-परिवार को मिल चुका है राशन

- फ़ोटो

PATNA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री के परिवार वालों की दुर्दशा पर फर्स्ट बिहार के रिपोर्ट का असर हुआ है. फर्स्ट बिहार ने पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार वालों की बेबसी पर रिपोर्ट दिखाई थी.  लॉकडाउन और कोरोना महामारी के बीच भुखमरी के शिकार पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार वालों की खबर दिखाए जाने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों हरकत में आए हैं.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फर्स्ट बिहार की खबर का संज्ञान लेते हुए आज पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार वालों के पास राहत भिजवाने का फैसला किया है. पूर्णिया में आरजेडी के स्थानीय नेता तेजस्वी यादव के निर्देश पर राहत लेकर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री के पैतृक गांव पहुंचने वाले हैं. वहां उनके परिवार वालों तक मदद पहुंचाई जाएगी.

उधर सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार वालों की दुर्दशा पर अपनी तरफ से जानकारी साझा की है. राज्य के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने फर्स्ट बिहार की खबर से मिली जानकारी के बाद स्थानीय अधिकारियों से संपर्क साधा है. मंत्री नीरज कुमार ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार वालों को 65 किलो अनाज मुहैया कराया जा चुका है. स्थानीय अधिकारियों ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना और लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत भी योजना का लाभ मिला है. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी सदर पूर्णिया को जो रिपोर्ट दी है उसके मुताबिक 2 जून को बिरंचि पासवान के द्वारा बैरगाछी के डीलर मोहम्मद मसूद से 65 किलोग्राम अनाज और 1 किलो दाल का उठाव किया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया है कि अगस्त 2018 में बिरंचि पासवान के पुत्र बसंत पासवान को लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत योजना का लाभ दिया गया है.



बता दें कि फर्स्ट बिहार ने आपको कल ही बताया था कि लॉकडाउन के दौरान बिहार के एक पूर्व सीएम का परिवार दाने-दाने को मोहताज है. परिवार के सामने भूखमरी की स्थिती उत्पन्न हो गई है. बच्चे भूख से बिलख रहे हैं.  यह स्थिती 60 के दशक में बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रहे भोला पासवान शास्त्री के परिवार की है. तीन बार बिहार के सीएम रहे भोला पासवान के परिवार की जिंदगी बेबसी में कट रही है. पूर्णिया के बैरगाछी में रह रहे भोला पासवान के परिवार की माली हालत इतनी बुरी है कि उनके परिवार को दो वक्त का भोजन भी नहीं मिल पा रहा है. परिवार के सामने भूखमरी की नौबत आ गई है.  भोला पासवान शास्त्री का निधन 3 दशक पहले हो गया था . दरअसल उनकी अपनी कोई संतान नहीं थी. भतीजे विरंची पासवान को वे अपना बेटा मानेत थे. भोला पासवान शास्त्री बिहार के पहले दलित मुख्यमंत्री थे. 1968 में वे पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद दोबारा 1969 में और तीसरी बार 1971 में फिर से सीएम बने थे. भोला पासवान शास्त्री  केंद्रीय मंत्री ,राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष और 4 बार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुने गए. इनकी पहचान सादगी, कर्मठता और ईमानदारी है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब इनकी मृत्यु हुई तो परिवार को श्राद्धकर्म के लिए भी चंदा करना पड़ा था.  वक्त गुजरते गए पर इनके परिवार की स्थिती यही रही. सरकारी मदद की टकटकी लगाए उनके परिजनों के चेहरे पर झुर्रियां आ गईं, लेकिन मदद नहीं मिली. जिंदगी अभी भी वैसे ही कट रही है.  दिहाड़ी करके कमाने खाने वाले 25 सदस्यों के इस परिवार के सिर्फ एक लोग के पास राशन कार्ड है. जिसका असर ये है कि  विरंची के तीन बेटे समेत परिवार की बहू और बच्चों के सामने भुखमरी की नौबत है. हालत इतनी खराब है कि बच्चों को  दूध तो छोड़िए चावल के माड़ तक की किल्लत आन पड़ी है.