PATNA : तेजस्वी यादव ने 'राष्ट्रवाद' को हिटलरशाही से जोड़ने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा है कि वे बेवजह के मुद्दों में लोगों को उलझा रहे हैं। उन्हें पहले जात-पात खत्म करने की बात करनी चाहिए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हिन्दू धर्म एक बहुत ही खूबसूरत धर्म है जो सभी को साथ ले कर चलने की बात करता है। उन्होनें नेशन, नेशनल और नेशनलिटी जैसे बातों में लोगों को उलझाने से अच्छा है कि पहले जात-पात खत्म करने की पहल करें। तेजस्वी ने कहा कि जो संगठन हिंदूवादी होने का दावा करती है उसका अध्यक्ष क्यों नहीं दलित समाज से बनता या फिर अति पिछड़े समाज से बनता। आरक्षण की जब भी बात आती है तो है खतरे में हिंदुओं का आरक्षण चला जाता है।
वहीं तेजस्वी यादव ने पीएम के लिट्टी-चोखा खाने की चर्चा करते हुए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को याद किया। उन्होनें कहा कि वे तो लिट्टी-चोखा खा रहे है लेकिन उनका क्या जिन्होनें लिट्टी-चोखा बनाया लोगों को खिलाया उनका पलायन कर दिया गया। तेजस्वी ने पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि हम तो तो बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है लेकिन पीएम साहब क्या केवल केवल लिट्टी-चोखा खाकर बिहार का भला करेंगे। पीएम मोदी को बिहार की भलाई के बारे में भी सोचना चाहिए। बिहार के लिए विशेष पैकेज की बात करते थे लेकिन चुनाव के बाद सब भुला दिए। उन्होनें कहा कि डबल इंजन की सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के लिए बिहार को एक पैसा नहीं दिया। बिहार के लोग बाढ़ से तबाह हो गए लेकिन उनपर ध्यान नहीं दिया गया।