PATNA: पटना के बहुचर्चित रूपेश सिंह हत्याकांड को लेकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बडा आरोप लगाया है. तेजस्वी ने कहा है कि इस घटना में नीतीश कुमार के चहेते मंत्री और अधिकारी की भूमिका हो सकती है. इसके कारण ही घटना के 72 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस कुछ हासिल नहीं कर पायी है. तेजस्वी यादव ने रूपेश हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. सीबीआई जांच भी कोर्ट की निगरानी में हो.
देखिए क्या बोले तेजस्वी
तेजस्वी का बड़ा आरोप
अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसी चर्चा सरेआम है कि राजधानी में दिनदहाड़े हुए रूपेश हत्याकांड में बड़े लोगों की संलिप्तता हो सकती है. इसलिए घटना के 72 घंटे बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पायी है. तेजस्वी ने कहा कि ऐसी चर्चा है कि हो सकता है कि इसमें बड़े अधिकारियों का नाम आये. नीतीश कुमार के चहेते मंत्रियों का नाम भी हो सकता है. उनके गिरेबान तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच रहे हैं.
बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि रूपेश सिंह का चार साल का बेटा कह रहा है कि बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है. इसलिए मामले की जांच सीबीआई से करायी जाये. लिहाजा वे भी मांग करते हैं कि इस मामले की जांच सीबीआई से करायी जानी चाहिये और कोर्ट खुद इस मामले की निगरानी करे. तेजस्वी ने कहा कि रूपेश सिंह हत्याकांड में शामिल अपराधियों को सजा मिलनी चाहिये. बिहार पुलिस से उम्मीद लगाना बेमानी है.
पैसा वसूली कर रहे हैं नीतीश
तेजस्वी ने कहा कि वे पहले से कहते आ रहे हैं कि नीतीश कुमार थक चुके हैं. उनसे बिहार संभल नहीं रहा है. गृह विभाग भी उनके पास है. तभी लॉ एंड आर्डर की ये स्थिति हो हो गयी है. इसके लिए बीजेपी भी जिम्मेवार है. बीजेपी के नेता क्यों बोल रहे हैं, उनके दो-दो उप मुख्यमंत्री हैं, उनके कारण ही नीतीश कुमार की सरकार बनी है. वे बयान देकर पल्ला नहीं झाड़ सकते. बिहार का आलम ये है कि हर दो-तीन घंटे में मर्डर, लूट और रेप. गांव-देहात की बात छोड़िये, शहरों में कांड हो रहे हैं. मुख्यमंत्री समीक्षा बैठक में पैसे वसूल रहे हैं. सिर्फ आरसीपी टैक्स की वसूली होती है.
सवालों से बचने के लिए सदन नहीं चलाना चाहते नीतीश
तेजस्वी ने कहा कि जेडीयू-बीजेपी वालों को पता है कि बिहार में इतनी घटनायें हो रही हैं, जब विधानसभा चलेगी तो विपक्ष सवाल पूछेगा तो कोई जवाब नहीं होगा. लिहाजा ये साजिश रची जा रही है कि डेढ़-दो महीने चलने वाले विधानमंडल के सत्र को दो से तीन दिनों में खत्म कर दिया. कोरोना वैक्सीन के बहाने ये साजिश रची जा रही है. सरकार ने जितना जुल्म किया है सत्ताधारी उसे छिपाना चाहते हैं. ये लोग लोकतंत्र के मंदिर का वैल्यू खत्म कर देना चाहते हैं. विधायकों की गरिमा खत्म कर दिया है. विधानसभा सत्र चलता है तो अधिकारी सहमे रहते हैं. लेकिन सबको बचाने की कोशिश की जा रही है.
सीएम का घर घेरेंगे
तेजस्वी ने कहा कि वे फिर सरकार से कह रहे है कि वह विधानमंडल का सत्र पारंपरिक तौर पर चलाये ताकि सदन में जनता के सवाल उठाये जा सकें. लेकिन सरकार अगर नहीं मानी और सत्र को छोटा किया गया तो विपक्ष के नेता सीएम और डिप्टी सीएम के आवास का घेराव करेंगे. जवाब मांगेगे. तेजस्वी ने सरकार के खिलाफ लड़ाई में लोगों से समर्थन मांगा है.