महागठबंधन के महापेंच : तेजस्वी को गुमराह किया जा रहा है, गोहिल बोले.. लालू बाहर होते तो ये ना होता

महागठबंधन के महापेंच : तेजस्वी को गुमराह किया जा रहा है, गोहिल बोले.. लालू बाहर होते तो ये ना होता

PATNA : बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले महागठबंधन का महापेंच सुलझता नहीं दिख रहा है। दिल्ली में माथापच्ची करने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुरुवार की देर रात तक पटना लौट आए। पटना पहुंचने के बाद लगातार यह चर्चा बनी रही कि कांग्रेस के नेता तेजस्वी यादव से मिलने उनके आवास जा सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पटना पहुंचने के बाद बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने एक बार फिर से आरजेडी को नसीहत दे डाली है। 



शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे पर हो रही देरी नुकसानदेह साबित हो सकती है। गोहिल ने कहा कि लालू प्रसाद यादव से कांग्रेस के पुराने रिश्ते रहे हैं और आरजेडी को यह नहीं भूलना चाहिए। गोहिल के मुताबिक अगर लालू यादव जेल से बाहर होते तो हालात ऐसे ना होते। लालू यादव इन सारी चीजों को बेहतर तरीके से सुलझा लेते और उनकी कमी फिलहाल सहयोगी दलों को खल रही है। शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि कई बार ऐसा होता है की नेतृत्व के आसपास रहने वाले लोग उसे गुमराह करते हैं। गोहिल का निशाना तेजस्वी यादव को लेकर था। तेजस्वी यादव को लेकर गोहिल बहुत ज्यादा उम्मीद पाले नहीं बैठे हैं लेकिन कांग्रेस को इस बात का भरोसा है कि लालू यादव सारी बातों को सुलझा देंगे।


हालांकि शक्ति सिंह गोहिल ने यह स्पष्ट तौर पर कहा है कि अगर आरजेडी अपने अड़ियल रवैया से नहीं छोड़ती है तो वैसी स्थिति में कांग्रेस ने अपना प्लान तैयार कर रखा है। बिहार कांग्रेस प्रभारी ने कहा है कि विधानसभा चुनाव को लेकर हम अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं और अगर आरजेडी अपने रुख में बदलाव नहीं करती है तो कांग्रेस से भी एक राजनीतिक दल है और हम विधानसभा चुनाव अपने तरीके से लड़ेंगे। गोहिल ने सीधे तौर पर कहा है कि अकेले लड़ने का परिणाम क्या रहा है यह आरजेडी भी जानती है और आंकड़े भी यह बताते हैं कि कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहा है। हालांकि कांग्रेस को उम्मीद है कि जल्द ही सीट शेयरिंग पर आरजेडी अपनी ज़िद छोड़ देगी।