PATNA : महागठबंधन में आरजेडी के रुख पर ऐतराज जताने वाले बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल पटना आ रहे हैं. तेजस्वी के नेतृत्व पर एतराज जताने के बाद गोहिल का यह पहला पटना दौरा होगा. शक्ति सिंह गोहिल 7 जुलाई यानी मंगलवार की शाम पटना पहुंचेंगे और अगले 3 दिनों तक पटना में रहेंगे.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में शामिल होंगे. 8 जुलाई को सदाकत आश्रम में दोपहर 12:00 बजे से इलेक्शन कमेटी की बैठक बुलाई गई है. उसी दिन दोपहर बाद 3:00 बजे से चुनाव अभियान समिति की बैठक होगी. इसके अलावे शक्ति सिंह गोहिल पार्टी के नेताओं से मुलाकात भी करेंगे. गोहिल 9 जुलाई को एक प्रेस वार्ता भी करेंगे, जिसमें महागठबंधन सहित कांग्रेस की चुनावी रणनीति के बारे में वह मीडिया से अपनी राय रखेंगे.
शक्ति सिंह गोहिल का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अपने 3 दिनों के कार्यक्रम के दौरान शक्ति सिंह गोहिल ना केवल कांग्रेस को चुनावी कसौटी पर कसने की कोशिश करेंगे बल्कि महागठबंधन में आगे कांग्रेस और बाकी सहयोगी दलों का रूप क्या होगा. इसको लेकर भी वह मंथन करेंगे. उधर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने 10 जुलाई को अपनी पार्टी के कोर कमेटी की बैठक बुलाई है. इस लिहाज से भी गोहिल का दौरा बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. बिहार में विधानसभा चुनाव के नजरिए से देखें तो मंगलवार से लेकर यह पूरा हफ्ता महागठबंधन में सियासी हलचल से भरा होगा.
इससे पहले एक अंग्रेजी अखबार को दिये गये इंटरव्यू में शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि बिहार में महागठबंधन का नेता कौन होगा ये सही समय पर और सर्वसम्मति से तय किया जायेगा. अभी ये फैसला नहीं हुआ है. बिहार में लडाई विचारधारा की है, इसमें किसी एक व्यक्ति को नेता के तौर पर प्रोजेक्ट करके चुनाव लड़ना सही नहीं है.
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ये बयान आरजेडी को बड़ा झटका देने वाला था. आरजेडी ने एलान कर दिया है कि तेजस्वी प्रसाद यादव ही बिहार के मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे और अगर किसी पार्टी को इससे एतराज है तो वो गठबंधन से बाहर चली जाये. लेकिन शायद आरजेडी कांग्रेस को इस भाषा में जवाब नहीं दे पाये. अहम बात ये भी है कि कांग्रेस का ये बयान किसी प्रदेश स्तर के नेता की तरफ से नहीं आया है बल्कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने ये एलान किया है. शक्ति सिंह गोहिल सिर्फ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ही नहीं बल्कि सोनिया-राहुल के बेहद करीबी नेताओं में शामिल हैं.
शक्ति सिंह गोहिल ने साफ कर दिया है कि बिहार में महागठबंधन को चलाने के लिए आरजेडी को को-ओर्डिनेशन कमेटी बनाना ही पड़ेगा. जीतन राम मांझी की ओर से को-ओर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग पर शक्ति सिंह गोहिल का बयान भी आरजेडी के इरादों से अलग है. गोहिल ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की को-ओर्डिनेशन कमेटी बनाने को लेकर सभी दलों की प्रारंभिक बैठक हो चुकी है. अहमद पटेल की मौजूदगी में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक में ये तय किया गया था कि आरजेडी बिहार में सभी सहयोगी पार्टियों के साथ बैठक करेगी और फिर को-ओर्डिनेशन कमेटी का गठन किया जायेगा. गोहिल ने कहा कि जल्द ही को-ओर्डिनेशन कमेटी का गठन हो जाना चाहिये.