किसान-गरीब विरोधी है मोदी सरकार, जबरन चाहती है कानून को थोपना

किसान-गरीब विरोधी है मोदी सरकार, जबरन चाहती है कानून को थोपना

PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार पिर तेजस्वी यादव ने अब किसानों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार किसान और गरीब विरोधी है. 

आरजेडी करती है विरोध

तेजस्वी यादव ने कहा कि नौजवान के बाद किसान अब सरकार के निशाने पर है. आरजेडी किसान विरोधी ड़बल इंजन सरकार द्वारा लोकसभा में पारित किसान विरोधी अध्यादेशों पर मुखरता से अपना पुरजोर विरोध प्रकट करती है.बेरोज़गार युवा और किसान मिलकर इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. 

जबरन थोपना चाहती है कानून

तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं शुरू से कहता आया हूं कि NDA की सरकार किसान, मज़दूर, गरीब विरोधी सरकार है. ये लोग विरोधी कानून को जबरदस्ती थोपना चाहते हैं. ये कानून पूरी तरीके से किसान विरोधी कानून है जिससे किसानों को लगातार नुकसान होगा और इसका प्रभाव हमारे देश पर पड़ेगा.

बिल की खास बातें

-कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक,2020 के तहत किसान देश के किसी भी कोने में अपनी उपज की बिक्री कर सकेंगे. अगर राज्य में उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा या मंडी सुविधा नहीं है तो किसान अपनी फसलों को किसी दूसरे राज्य में ले जाकर फसलों को बेंच सकता है. साथ ही फसलों को ऑनलाइन माध्यमों से भी बेंचा जा सकेगा, और बेहतर दाम मिलेंगे.
 -मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता, 2020 के तहत किसानों की आय बढ़ाने को लेकर ध्यान दिया गया है. इसके माध्यम से सरकार बिचौलिओं को खत्म करना चाहती है. ताकि किसान को उचित मूल्य मिल सके. इससे एक आपूर्ति चैन तैयार करने की कोशिश कर रही है सरकार.
 -आवश्यक वस्तु (संशोधन), 2020 के तहत अनाज, खाद्य तेल, आलू-प्याज को आनिवार्य वस्तु नहीं रह गई हैं. इनका अब भंडारण किया जाएगा. इसके तहत कृषि में विदेशी निवेश को आकर्षित करने का सरकार प्रयास कर रही है.