PATNA : लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने एक बार फिर सियासी पकड़ बनाने के लिए नया दांव खेला है. तेजप्रताप यादव जमीनी पकड़ के साथ साथ अब सोशल मीडिया पर अपनी पकड़ बनाने की फिराक में हैं. तेज सेना के जरिए तेजप्रताप खुद का कद पार्टी के अंदर बढ़ाना चाहते हैं.
लालू-राबड़ी के बाद तेज सेना क्यों?
यह सवाल अहम है कि आरजेडी में रहकर भी तेजप्रताप यादव अब अपनी खुद की सेना क्यों बनाना चाहते हैं. गौर किया जाए तो तेजप्रताप यादव काफी दिनों से खुद को पार्टी की एक्टिविटी से दूर करने लगे हैं. पटना में आरजेडी धरना देती है लेकिन तेजप्रताप वहां नहीं जाते. मुजफ्फरपुर में मासूमों की मौत मामले में भी बस कोरम ही पूरा करते दिखे. लेकिन तेज सेना के लिए ट्वीटर पर इस तरह की तैयारी के मायने क्या हैं? हमेश लालू राबड़ी के नाम पर सियासी जमीन तलाशने वाले तेजप्रताप अब क्या तेज सेना बनाकर खुद को नये सिरे से प्रोजेक्ट करना चाहते हैं?
RJD के बड़े नेताओं ने भी बना ली है दूरी
तेज प्रताप यादव भले ही आरजेडी में हों लेकिन पार्टी का कोई बड़ा नेता तेजप्रताप के आस पास नहीं दिखता है न ही तेजप्रताप यादव आरजेडी के पुराने चेहरों के साथ एटैच हो पाता हैं. तेजप्रताप यादव की किसी भी कार्यक्रम में भी यह देखा गया है कि आरजेडी के बड़े चेहरे मौजूद नहीं रहते हैं. ऐसे में पार्टी के अंदरखाने यह चर्चा है कि पार्टी से रुठे तेजप्रताप कुछ नया कर सकते हैं.