PATNA : लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव लगातार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह को बेइज्जत कर रहे हैं. जगदानंद सिंह को जलील करने वाले तेज प्रताप का तेवर थोड़ा भी नरम नहीं हुआ है. उधर तेज प्रताप के बयानों से आहत जगदा बाबू लगातार पार्टी ऑफिस से दूरी बनाए हुए हैं. इस बीच जगदानंद सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने ऑफर दे डाला है. मांझी की पार्टी हमने कहा है कि जगदानंद सिंह जैसे वरिष्ठ नेता को अपने सम्मान से समझौता नहीं करना चाहिए.
हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव के इशारे पर लगातार तेज प्रताप जगदा बाबू को बेइज्जत कर रहे हैं. उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है. जगदा बाबू जैसे सीनियर लीडर के साथ आरजेडी में जो बर्ताव हो रहा है. यह बेहद दुखद है. दानिश रिजवान ने कहा है कि जगदा बाबू को अब फैसला ले लेना चाहिए. उन्हें आरजेडी में सम्मान नहीं मिल रहा. लालू प्रसाद उनके साथ जो खेल खेल रहे हैं, इसे जगदानंद सिंह भी समझ रहे हैं. ऐसे में अब हाथ पर हाथ धरे रह कर बैठने का समय नहीं है. जगदा बाबू को फैसला लेना चाहिए.
आपको बता दें कि पिछले दिनों छात्र आरजेडी की बैठक में तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को हिटलर बताया था. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि वह कुर्सी किसी की बपौती नहीं है. यह पहला मौका नहीं है. जब तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह को खरी-खोटी सुनाई हो. पार्टी के 25 वें स्थापना दिवस समारोह में भी तेजस्वी यादव के सामने ही तेज प्रताप ने जगदा बाबू को अपमानित किया था. तब यह माना गया था कि लालू यादव संभवत तेज प्रताप को आगे के लिए समझा देंगे. लेकिन उसके उलट एक बार फिर तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह को बेइज्जत कर दिया. अब जगदानंद सिंह पार्टी कार्यालय नहीं जा रहे हैं. लिहाजा विरोधी इस मामले में जगदानंद सिंह के साथ खड़े नजर आ रहे.