SUPAUL : बिहार के सरकारी अस्पतालों से लगातार यह खबरें निकल कर सामने आती रहती है कि स्वास्थ्य विभाग के काफी असुविधा है। राज्य के लगभग सभी अस्पतालों में एम्बुलेंस की कमी निकल कर सामने नहीं आती है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला सुपौल से निकल कर सामने आया है। जहां सरकारी एंबुलेंस से स्वास्थ्यकर्मी मृत्युभोज खाने के लिए जा रहे थे। जिसके बाद जब इस बात की भनक बसंतपुर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अर्जुन चौधरी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
दरअसल, सुपौल के बसंतपुर पीएचसी में तैनात एंबुलेंस बीआर 01पीएन 8309 के ईएमटी मनीष कुमार झा के एक रिश्तेदार का कुछ दिन पहले देहांत हो गया था। जिसके बाद इसी को लेकर उनके घर पर पिछले तीन दिनों से मृत्युभोज का कार्यक्रम चल रहा था। इसके बाद बीते तीन दिनों से पीएचसी के डेढ़ दर्जन से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी रोज रात में भोज खाने के लिए एंबुलेंस से ही जा रहे थे। जिसकी शिकायत स्थानीय युवक ने सुपौल के डीएम से कर दी।
जिसके बाद डीएम ने इस बात की जानकारी नजदीकी पुलिस टीम को दी उसके उपरांत प्रशासन की टीम ने एंबुलेंस चालक मिथुन कुमार और ईएमटी मनीष कुमार झा को हिरासत में ले लिया। इसके बाद बसंतपुर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अर्जुन चौधरी की लिखित शिकायत पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई।
इधर, इस मामले में बसंतपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अर्जुन चौधरी ने बीरपुर थाने में दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि एंबुलेंस चालक और ईएमटी बिना किसी सूचना के ही सरकारी एंबुलेंस का प्रयोग निजी कार्य के लिए कर रहे थे। इसकी वजह से पीएचसी में कार्य भी बाधित हुआ है। पुलिस से दोनों के विरुद्ध कार्रवाई का अनुरोध किया है। वहीं,बीरपुर थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने बताया कि दोनों एंबुलेंस कर्मियों को हिरासत में लिया गया था। मामले में 5 साल से कम की सजा का प्रावधान है. कोर्ट से बंधपत्र के आधार पर छोड़ दिया गया है।