PATNA : चुनाव आयोग ने एक पूर्व विधायक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सीवान सदर से तीन बार विधायक रहे व्यासदेव प्रसाद अगले अगले तीन वर्षों तक कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। चुनाव आयोग ने व्यासदेव प्रसाद के विधानसभा, लोकसभा, राज्यसभा और विधान परिषद का चुनाव लड़ने पर तीन साल तक बैन लगा दिया है। चुनाव आयोग के नोटिस भेजने के बावजूद व्यासदेव प्रसाद ने चुनाव का ब्यौरा जमा नहीं किया है। जिसके बाद आयोग ने कार्रवाई करते हुए तीन वर्षों तक उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दिया है।
सीवान सदर से तीन बार विधायक रहे व्यासदेव प्रसाद के साथ ही आयोग ने एक स्वतंत्र प्रत्याशी नेमतुल्लाह आजाद के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की है। सीवान के जिला निर्वाचन पदाधिकारी और राज्य निर्वाचन आयोग के प्रतिवेदन के आधार पर भारत निर्वाचन आयोग ने यह कार्रवाई की है। निर्दलीय प्रत्याशी प्रत्याशी नेमतुल्लाह आजाद ने भी साल 2020 के चुनाव में खर्च का ब्यौरा नहीं दिया है।
बता दें कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सीटिंग एमएलए व्यासदेव प्रसाद का टिकट काटकर सीवान से बीजेपी के सांसद रहे ओमप्रकाश यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था। जिसके बाद व्यासदेव प्रसाद ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन इस चुनाव में ओमप्रकाश यादव के साथ साथ व्यासदेव प्रसाद को भी हार का सामना करना पड़ा था। बिहार विधानसभा के स्पीकर अवध बिहार चौधरी ने 2020 में सीवान सदर से आरजेडी के टिकट पर जीत दर्ज की थी।