PATNA : राज्य सरकार ने बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को भले ही सेवा विस्तार दे दिया हो, लेकिन बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर डीजीपी लगातार निशाने पर हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले ही बिहार के डीजीपी को फोन लगाकर आम लोगों और पत्रकारों का फोन उठाने की सलाह दी थी और अब डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने डीजीपी एसके सिंघल को नसीहत दी है.
जिलों के एसपी कार्यशैली सुधारें
दरअसल डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद आज जनता दरबार कार्यक्रम में मौजूद थे. उनके सामने जहानाबाद जिले से जुड़ा एक मामला पहुंचा. इसके बाद डीजीपी एसके सिंघल को फोन लगा दिया और कहा कि जिलों के एसपी आम लोगों की शिकायतें नहीं सुन रहे हैं. ऐसे में उनको अपनी कार्यशैली में बदलाव करने की जरूरत है. तार किशोर प्रसाद ने डीजीपी एसके सिंघल को कहा कि आप लोगों से मुलाकात और उनकी शिकायत सुनने के लिए कम से कम हफ्ते में 2 दिन जिलों के एसपी को बैठना चाहिए. इतना ही नहीं डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि रात्रि गश्ती नहीं होने से जिलों में अपराध बढ़ रहा है. एसपी खुद रात्रि गश्ती करें ताकि कानून व्यवस्था दुरुस्त हो सके.
सफाई देते रहे डीजीपी
तार किशोर प्रसाद ने जिस वक्त एसके सिंघल से फोन पर बात कर रहे थे उस वक्त फर्स्ट बिहार की टीम वहां मौजूद थी. हमारे कैमरे में पूरी बातचीत रिकॉर्ड हो गई. डीजीपी को फोन मिलाने के पहले तार किशोर प्रसाद ने जहानाबाद एसपी को भी फोन लगाया था और उन्हें शिकायतकर्ता के संबंध में जानकारी दी और कहा कि इस मामले को गंभीरता से देखें. डिप्टी सीएम से बातचीत के दौरान डीजीपी लगातार सफाई देते रहे कि वह खुद रात्रि गश्ती करते हैं और पुलिसिंग बेहतर तरीके से चल रही है, लेकिन तार किशोर प्रसाद नहीं माने और उन्होंने कहा कि पुलिस को और बेहतर तरीके से काम करने की जरूरत है. तार किशोर प्रसाद ने कहा कि विधायक रहते हुए उन्होंने खुद महसूस किया है कि अगर जिले का एसपी रात्रि गश्ती पर निकले तो अपराधियों के बीच डर होता है. उन्होंने डीजीपी से इसे सुनिश्चित कराने के लिए कहा है.