JEHANABAD: तमिलनाडु में अगवा किए गए बिहार के सभी छह मजदूरों को मुक्त करा लिया गया है। ये मजदूर जहानाबाद के नगर थाना के महवदा गांव के निवासी है। इस बात की जानकारी एसपी दीपक रंजन ने दी है।
एसपी ने बताया कि, अगवा किए गए सभी मजदूर सुरक्षित हैं और चेन्नई के सरकारी अस्पताल में इनलोगों का इलाज कराया जा रहा है। इसके साथ ही मजदूरों को अपहरण करने के मामले में नौ अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है जिसमें एक मोतीलाल पटना का निवासी है, जो वर्तमान में तमिलनाडु के इरोड बस स्टैंड के पास रह रहा था।
दरअसल, जहानाबाद से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहानाबाद के महबदा (सुरंगापुर) गांव के छह मजदूरों को बंधक बनाने का मामला प्रकाश में आया है। इन मजदूरों को किसी दलाल द्वारा बंधक बनाने और मारपीट करने की शिकायत लेकर परिजन शुक्रवार को जहानाबाद के एसपी दीपक रंजन के पास पहुंचे और उन्हें मुक्त कराने की गुहार लगायी।
परिजनों ने बताया था कि, 11 सितंबर को जहानाबाद से सभी छह युवक ट्रेन से तमिलनाडु गए। 14 सितंबर को वहां पहुंचे। ईरोड जिला में पहुंचने के बाद सभी को बंधक बना लिया गया। लापता युवकों में एक के परिजन मुकेश कुमार ने एसपी को दिए गए आवेदन में कहा है कि छह लड़कों में अशोक का फोन शुक्रवार को आया और कहा कि उन सभी छह को बंधक बना लिया गया है। उनकी पिटाई की जा रही है। पैसे नहीं देने पर जान मारने की धमकी भी दी जा रही है।
इसके बाद इन सभी पांच लड़कों के परिजन पे- फोन से 20 - 20 हजार रुपये भेज चुके हैं। बाद में एक और ने पैसे भेज दिये। इसके बावजूद उन लोगों को मुक्त नहीं किया गया है। इसके बाद सभी का मोबाइल फोन बंद है। एसपी ने बताया कि एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह को श्रम अधीक्षक से मिलकर हरसंभव कार्रवाई करने को कहा गया है। इस गंभीर मामले में सभी बिंदुओं पर तहकीकात शुरू की गई। अब पुलिस को यह सफलता हाथ लगी है।
आपको बताते चलें कि, इस मामले के सामने आने के बाद इस संबंध में एसपी ने आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। लापता मजदूरों में महबदा (सुरंगापुर) गांव के विजय यादव के पुत्र जितेंद्र कुमार, राम इकबाल यादव का पुत्र विनय कुमार, रमेश यादव का पुत्र चितरंजन कुमार, स्वर्गीय बालेश्वर यादव का पुत्र अशोक कुमार, हरे राम यादव का पुत्र वाल्मीकि कुमार और स्वर्गीय किशोरी महतो का पुत्र पवन कुमार शामिल है।