MUZAFFARPUR: 18 नवंबर से करीब 500 लोग मुजफ्फरपुर और इसके आस-पास के जिलों में विदेश से पहुंचे हैं। दुबई, यूएई, अबू धाबी, अमेरिका और बांग्लादेश से मुजफ्फरपुर में कुल 205 लोग आए है। जिनमें 100 लोगों के बारे में स्वास्थ्य विभाग को कोई जानकारी ही नहीं है।
मुजफ्फरपुर आने के बाद सभी ने अपने-अपने मोबाइल बंद कर रखा है। कॉल सेंटर लगातार उन नंबरों पर फोन कर रही है लेकिन मोबाइल बंद रहने के कारण किसी से बात नहीं हो पाई है। एक ओर जहां देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है वही बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में इस तरह की लापरवाही दिख रही है।
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच विदेश से मुजफ्फरपुर आए 205 लोगों में से केवल 105 की ही कोविड जांच हो सकी है। वहीं 100 लोग अभी भी कुछ अता पता नहीं हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग हड़कंप मचा है। इन 100 लोगों का मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ बता रहा है। इसका पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम अब उनके घर जाकर पता लगाएगी।
सिविल सर्जन डॉ. विनय शर्मा ने सभी पीएचसी और सीएचसी प्रभारियों को अलर्ट कर दिया है। विदेश से आए लोगों का नाम और पता भी दिया गया है। सभी प्रभारियों को घर-घर जाने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभारियों को यह निर्देश दिया गया है कि जिन लोगों ने कोरोना टेस्ट नहीं करवाया है उन सभी का कोविड टेस्ट कराने की बात कही गयी है।
कोरोना का लक्षण दिखने पर तुरंत क्वारंटाइन करने को कहा गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि कोई भी प्राइवेट हॉस्पिटल बिना बताए कोरोना मरीजों का इलाज करता है और इसकी सूचना यदि स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी जाती है तो उक्त अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी।