ब्रेकिंग न्यूज़

Train news: बिहार से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द, कई के परिचालन में हुआ बदलाव, यात्रा का है प्लान तो पढ़ लें यह जरूरी खबर Train news: बिहार से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द, कई के परिचालन में हुआ बदलाव, यात्रा का है प्लान तो पढ़ लें यह जरूरी खबर प्रेमिका के घर के सामने युवक ने खुद को आग लगाकर दी जान, इलाके में सनसनी Bihar News: बिहार में बकरी ने करा दी फसाद! दो पक्षों के बीच जमकर हुई मारपीट; 20 लोगों पर केस दर्ज Bihar Politics: बिहार चुनाव में दुर्गति के बाद कांग्रेस का बड़ा एक्शन, 43 नेताओं को जारी किया शो-कॉज नोटिस; लिस्ट में जिलाध्यक्ष से लेकर पूर्व मंत्री तक के नाम Bihar Politics: बिहार चुनाव में दुर्गति के बाद कांग्रेस का बड़ा एक्शन, 43 नेताओं को जारी किया शो-कॉज नोटिस; लिस्ट में जिलाध्यक्ष से लेकर पूर्व मंत्री तक के नाम Bihar News: PPU ने जारी किया 2026 का एग्जाम शेड्यूल, जानिए.. कब होंगी यूजी-पीजी समेत अन्य परीक्षाएं Bihar News: PPU ने जारी किया 2026 का एग्जाम शेड्यूल, जानिए.. कब होंगी यूजी-पीजी समेत अन्य परीक्षाएं Nitish Kumar Oath Ceremony: नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के दौरान कैसी रहेगी ग्रहों की चाल? जानिए.. शुभ मुहूर्त Nitish Kumar Oath Ceremony: नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के दौरान कैसी रहेगी ग्रहों की चाल? जानिए.. शुभ मुहूर्त

सुशील मोदी ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- जो बिहार में अपनी जमीन नहीं बचा पाए वह झारखंड में क्या कर पाएंगे

1st Bihar Published by: Updated Fri, 08 Nov 2019 09:00:58 PM IST

सुशील मोदी ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- जो बिहार में अपनी जमीन नहीं बचा पाए वह झारखंड में क्या कर पाएंगे

- फ़ोटो

PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी यादव और महागठबंधन पर निशाना साधा है. मोदी ने कहा कि जो बिहार में अपनी जमीन नहीं बचा पाए वो अब झारखंड में क्या कर पाएंगे.मोदी ने ट्वीट किया कि ‘’ संसदीय चुनाव और हाल के उपचुनाव के बाद बिहार में महागठबंधन बिखर गया है. हम ने रास्ता अलग कर लिया और 13 नवंबर को प्रदर्शन करने वाले विरोधी दलों ने राजद के बजाय वामदलों का साथ लेना पसंद किया. जो बिहार में अपनी जमीन नहीं बचा पाये, वे झारखंड में क्या कर पाएंगे?

नोटबंदी से लालू, राहुल को हुई परेशानी

मोदी ने नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर विपक्ष पर निशाना साधा और ट्वीट किया कि ‘’नोटबंदी के बाद कालाधन और टेरर फंडिंग पर अंकुश लगाने में मदद तो मिली ही, बैंकों में जमाराशि बढ़ने से इनकी कर्ज देने की हैसियत में भी सुधार हुआ. राजनीतिक तौर पर जनता को यह फायदा हुआ कि उसे राहुल गांधी, लालू प्रसाद, मायावती और ममता बनर्जी जैसे उन नेताओं का असली चेहरा पहचानने में सहूलियत हुई. जिनकी फंडिंग कालेधन से हो रही थी. 

पहली बैठक में बड़ा फैसला

मोदी ने कहा कि कालाधन को लेकर केंद्र सरकार ने कई बड़े फैसले लिए है, इसके बारे में ट्वीट किया कि ‘’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में कालेधन के खिलाफ एसआईटी का गठन किया और पहले कार्यकाल में आर्थिक भगोड़ों की सम्पत्ति जब्त करने का कानून बनाया था. भ्रष्टाचार, कालाधन और टेरर फंडिंग के विरुद्ध जो चौतरफा अभियान शुरू किय़ा गया. उसी के तहत की नोटबंदी का निर्णय लिया गया. जिस कांग्रेसनीत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद एसआईटी का गठन नहीं किया, वहीं नोटबंदी का विरोध कर कालाधन रखने वालों का बचाव भी करती रही. नोटबंदी के बाद कई चुनावों में जनता ने इस फैसले के समर्थन में मतदान किया.’’