PATNA : बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार के ऊपर एक बार फिर से बड़ा हमला बोला है। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने आशंका जताई है कि विपक्ष के नेता भारत विरोधी फंडिंग में शामिल हैं। दरअसल सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव के अबतक कोरोना वैक्सीन नहीं लेने और उनके दोनों बेटों तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के स्पूतनिक-वी वैक्सीन लेने पर सवाल खड़ा किया है। सुशील मोदी ने कहा है कि क्या ऐसा करने के पीछे कोई भारत विरोधी फंडिंग नहीं हो सकती?
दरअसल लालू परिवार पर सुशील मोदी का हमला इस खुलासे के बाद हुआ है जिसमें देश के अंदर चल रहे एक न्यूज़ पोर्टल के ऊपर विदेशी फंडिंग से भारत विरोधी कैंपेन चलाने का मामला सामने आया है। इस पूरे प्रकरण के सामने आने के बाद सुशील मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार बनने के बाद विदेशी ताकतों की छाती फट रही है। वह हमारे देश में सक्रिय एनजीओ, न्यूज़ पोर्टल और मुख्यधारा के कुछ विपक्षी नेताओं की फंडिंग कर अराजकता और स्थिरता और भ्रम फैलाने का हेट इंडिया कैंपेन चला रहे हैं। सीएए, किकिसान आंदोलन और कोरोना महामारी के दौरान एहसास हुआ कि कैसे सारी भारत विरोधी शक्तियां अपने-अपने तरीके से एजेंडा चला रही हैं। ताजा मामला न्यूज़क्लिक नाम के पोर्टल का है जिसने भारतीय वैक्सीन को घटिया बताने का अभियान चलाया। ईडी की जांच में इस पोर्टल को विदेशों से 30 करोड़ों की फंडिंग का पता चला।
सुशील मोदी ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर राहुल गांधी, अखिलेश यादव, लालू यादव और ममता बनर्जी खालिस्तानी फंडिंग वाले किसान आंदोलन का समर्थन करते हैं। भारत में कोरोना वैक्सीन पर संदेह पैदा करने वाले बयान देते हैं और दुनिया के सबसे तेज टीकाकरण अभियान चलाकर 40 करोड़ डोज लगवाने के लिए कोरोना योद्धाओं की सराहना ना कर देश का मनोबल गिरा रहे हैं। तो क्या यह विपक्षी नेता भारत विरोधी अंतरराष्ट्रीय टूल किट का हिस्सा नहीं है? लालू प्रसाद यादव ने अब तक करो ना कटी का नहीं लिया उनके राजकुमारों ने जो वैक्सीन लिया वह भी भारत में विकसित नहीं है। तो क्या ऐसा करने के पीछे कोई भारत विरोधी फंडिंग नहीं हो सकती? जाहिर है लालू परिवार के ऊपर विदेशी फंडिंग को लेकर सुशील मोदी ने जो निशाना साधा है उस पर आने वाले दिनों में सियासत गरमायेगी।