Bihar Political History: जानिए पहली बार कब हुए थे विधानसभा के चुनाव, कौन बनें थे बिहार के पहले प्रधानमंत्री? Bihar Election : बिहार चुनाव 2025 में वोटिंग बढ़ाने के लिए रैपिडो दे रहा मुफ्त बाइक टैक्सी राइड्स, आपको भी उठाना है सुविधा का लाभ तो याद करना होगा यह कूपन कोड 8th Pay Commission : 8वां वेतन आयोग गठित: 50 लाख कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनरों की वेतन संरचना में बदलाव की तैयारी, सरकार ने जारी की नई सरकार की नई अधिसूचना Bihar Election 2025: चुनाव में मतदाताओं को धमकाने पर हो सकती है कौन सी कार्रवाई? जान लीजिए नियम Bihar Election 2025: चुनाव में मतदाताओं को धमकाने पर हो सकती है कौन सी कार्रवाई? जान लीजिए नियम DGCA New Rules 2025: फ्लाइट से यात्रा करने वालों के लिए बड़ी राहत: अब टिकट बुकिंग के 48 घंटे के भीतर कर सकेंगे फ्री कैंसिलेशन और मोडिफिकेशन? जानिए पूरी डिटेल Lalan Singh : 'घरे में बंद कर दिहो ...', केंद्रीय मंत्री ललन सिंह को अनंत सिंह के वोट अपील में यह बातें बोलना पड़ा महंगा, पटना DM ने दर्ज किया FIR; जानिए क्या है पूरा मामला Patna accident : पटना में बाकरगंज नाले पर बना मकान धंसा, चार लोग फंसे; राहत-बचाव कार्य जारी Success Story: कौन हैं IAS आशीष कुमार? जिन्होंने अनंत सिंह के गिरफ्तारी से ठीक पहले संभाली थी मोकामा की कमान Bihar Election 2025: ‘लालू का अपना इतिहास रहा है, वह खुद सजायप्ता हैं’ रीतलाल यादव के लिए रोड शो करने पर बोले दिलीप जायसवाल
1st Bihar Published by: Updated Wed, 15 Jan 2020 08:11:10 PM IST
                    
                    
                    - फ़ोटो
PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कि कर तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. कहा कि जब सीमांचल डूब रहा था उस समय तेजस्वी क्यों नहीं गए. उस समय तो वह 46 एसी वाले बंगले में बैठे थे. अब क्यों जा रहे हैं.
मोदी ने ट्वीट कर साधा निशाना
इसको लेकर मोदी ने ट्वीट किया कि’’सीमांचल के छह जिले लगभग हर साल कोसी और उसकी सहायक नदियों की बाढ़ से पीड़ित होते हैं, लेकिनतेजस्वी प्रसाद यादव विधायक, उप मुख्यमंत्री और विरोधी दल के नेता के नाते कभी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए इन जिलों में नहीं गए।. 2018 में जब सीमांचल के एक करोड़ लोग बाढ़, वर्षा और बीमारी से जूझ रहे थे, तब वे 46 एसी वाले सरकारी बंगले से ट्वीट कर राजनीति कर रहे थे. इस चुनावी साल में जब राजद को वोट के लाल पड़ने वाले हैं, वे नागरिकता कानून पर दुष्प्रचार करने सीमांचल जा रहे हैं.’’
सिर्फ वोट बैंक की राजनीति
मोदी ने कहा कि ‘’सीमांचल के लोग जब बाढ़ से घिरे, तब केंद्र सरकार ने एनडीआरएफ की टीम भेजी और लोगों की मदद करने में न किसी का धर्म पूछा, न कोई कागज मांगा. राज्य सरकार के राहत और बचाव अभियान में भी कभी न भेदभाव किया गया, न नागरिकता का कोई सबूत मांगा गया।राजद और कांग्रेस ने सीमांचल की जनता को बाढ़ पीड़ित के रुप में नहीं, केवल वोटबैंक के रुप में देखा.’’
महागठबंधन के पास कोई विचारधारा नहीं
मोदी ने कहा कि ‘’महागठबंधन में शामिल दलों के पास न जनता की सेवा का कोई रोडमैप है, न कोई विचारधारा. ये दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से द्वेष करते हैं, इसलिए इन दो लोकप्रिय नेताओं की हर बात का विरोध करना ही महागठबंधन की विचारधारा है. द्वेष की राजनीति कभी बड़ी लकीर नहीं खिंच पाती.’’